रोहतास जिले के जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय में नाबार्ड एवं विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स-2023 के तहत कृषक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि बाजरे की महत्ता को देखते हुए इस वर्ष इसको सरकार द्वारा ‘श्री अन्न’ के रूप में हमारे समक्ष प्रस्तुत की गई है. कई युगों तक अपने देश में ये श्री अन्न देश की भूख को मिटाया करते थे. जमुहार गांव में स्वयं यहां के बाशिंदे श्री अन्न उगाया करते थे. आज कई वर्षों के बाद जब पश्चिम के देशों ने इसकी उपयोगिता समझी तब हमें भी इसका महत्व समझ में आया.
इस कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार राय, लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर विभाकर झा, डिस्ट्रिक्ट हॉर्टिकल्चर ऑफिसर अभय कुमार, डिप्टी डायरेक्टर सौरभ कुमार, इफको फील्ड ऑफिसर डॉ रमेश, केवीके रोहतास के डॉ आरके जलज एवं डॉ रमाकांत सिंह, डीपीएम जीविका अरुण कुमार सिंह तथा डीडीएम नाबार्ड सुनील कुमार के अलावा विश्वविद्यालय के सचिव गोविंद नारायण सिंह, कृषि संस्थान के डीन प्रो हसन, डायरेक्टर प्रो एपी सिंह, प्रबंधन संस्थान के डीन प्रो आलोक कुमार, टीपीसी एफएमएस डॉ बीएस गुप्ता आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
कार्यक्रम में कृषि एवं प्रबंधन संस्थान के समस्त विद्यार्थियों ने सहभागिता की और मिलट्स की उपयोगिता अपने आहार में सम्मिलित करने की महत्ता को समझा. उद्घाटन में एग्रीकल्चर कमिश्नर डॉ प्रवीण कुमार सिंह ने ऑनलाइन माध्यम से विस्तार पूर्वक मिलेट्स के कई आयामों को प्रस्तुत किया और इसको अपने रेगुलर आहार में अपनाने की बात कही. कार्यक्रम का संचालन डॉ बीएस गुप्ता ने किया.