सासाराम में जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड का एक अनोखा निर्णय सुनाकर अधिवक्ता व मौके पर मौजूद लोगों को हैरान कर दिया. दरअसल करीब डेढ़ साल पुराने मामले में एक किशोर ने शुक्रवार को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष सरेंडर कर जमानत की गुहार लगायी.
पेशी के दौरान बोर्ड के प्रधान दंडाधिकारी ने किशोर से कुछ सवाल किए. उक्त किशोर ने सबका बेवाकी से जवाब दे दिया. जांच में किशोर को मेधावी पाते हुए तथा पढ़ाई के प्रति उसकी रूचि को देखकर प्रधान दंडाधिकारी राकेश कुमार एवं सदस्य संतोष कुमार की बोर्ड ने किशोर के वाद को ही निष्पादित कर दिया. अपने आदेश में बोर्ड ने किशोर न्याय नियमावली 2017 की धारा 10(1) का हवाला दिया है.