रोहतास जिले में करीब 6 माह के बाद कोरोना मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग फिर से सक्रिय हो गया है. इस क्रम में सदर अस्पताल सासाराम में सोमवार को कोरोना को ले माॅक ड्रिल का आयोजन किया गया. कोरोना से संबंधित किसी भी घटना से निपटने के लिए और तत्परता सुनिश्चित करने के लिए माॅक ड्रिल आयोजित किया गया.
इसमें यह देखा गया कि कोई कोविड पॉजिटिव मरीज जब जब अस्पताल में आता है, तब अस्पतालों के कर्मचारी उसके इलाज को लेकर किस तरह से किस प्रकार की व्यवस्था करते हैं. इस दौरान कोरोना वार्ड में प्रतीकात्मक रूप से एक शख्स का कोरोना मरीज के रूप में इलाज किया गया. इस अभ्यास में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, आइसोलेशन बेड की क्षमता, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, डाक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल की उपलब्धता और इसके कार्यों को परखा गया. मौके पर खुद सिविल सर्जन डॉक्टर केएन तिवारी एवं अन्य चिकित्सा पदाधिकारी मौजूद थे.
विदित हो कि गत सप्ताह के अंत में जिले में तीन कोरोना के केस सामने आए हैं. सदर अस्पताल परिसर में स्थित जीएनएम स्कूल की दो छात्राएं कोरोना पाॅजेटिव पाई गई थी, जबकि एक बुजुर्ग कोरोना पाॅजेटिव पाए गए हैं. सभी मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन में चल रहा है. सिविल सर्जन केएन तिवारी ने कहा कि सदर अस्पताल के कोविड जांच सेंटर में जांच बढ़ाने का निर्देश दे दिया गया है.
सिविल सर्जन ने आम लोगों से भी कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की है. कहा कि देश नए मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में पूर्व की भाति सावधानी की जरूरत है. बता दें कि आज पूरे राज्य में कोरोना से निपटना की तैयारी को लेकर मॉकड्रिल का आयोजन किया गया था. आज ही इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक भी की. जिसमें निर्देश दिया गया कि कोई कोताही नहीं बरतें. सावधान रहें और जांच करते रहें.