रोहतास के जीएनएसयू में फार्मेसी को लेकर राष्ट्रीय सेमिनार का हुआ आयोजन, भारतीय फार्मेसी परिषद के अध्यक्ष बोले- आने वाले समय में फार्मेसी के क्षेत्र में भारत अव्वल होगा

बिहार के फार्मेसी इतिहास में पहली बार रोहतास जिले के जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित नारायण इंस्टीट्यूट फार्मेसी एवं भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए भारतीय फार्मेसी परिषद के अध्यक्ष डॉ मन्टु एम पटेल ने कहा कि फार्मेसी जगत का नेतृत्व आने वाले समय में भारत के फार्मासिस्ट करेंगे.

उन्होने कहा कि पूरी दुनिया में फार्मेसी के क्षेत्र में भारत अव्वल होगा और विश्व भारतीय फार्मासिस्टों के शोध, आविष्कार एवं विशेषज्ञता का मुरीद होगा. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ वर्षों में फार्मेसी के क्षेत्र में रोजगार एवं व्यापार के जबरदस्त अवसर आने वाले हैं तथा देश और विदेश में फार्मासिस्टों की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि फार्मेसी परिषद इस बात पर गंभीरता से विचार कर रही है कि विगत वर्ष कोरोना आपातकाल में जिस प्रकार से दवाओं के उत्पादन, वैक्सीन का निर्माण एवं पूरे विश्व में उसकी गुणवत्ता की पहचान बनाने में फार्मा उद्योग सफल रहा है उससे विश्वसनीयता बढ़ी है तथा इस क्षेत्र में कई प्रकार की नई संभावनाओं का जन्म हुआ है.

उन्होंने गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के आधारभूत संरचना की तारीफ करते हुए कहा कि आने वाले समय में यह परिसर फार्मेसी के नए आयामों को जन्म देगा तथा शोध एवं निर्माण के क्षेत्र में पूरे राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम रोशन करेगा. इस अवसर पर फार्मेसी शिक्षा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह ने बिहार में फार्मेसी शिक्षा को और मजबूत करने एवं छात्रों की संख्या बढ़ाने हेतु पहल करने का आश्वासन देते हुए देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए शिक्षकों एवं छात्रों को कहा कि नए शोध से ही फार्मेसी को और जीवंत बनाया जा सकता है इसलिए शोध के क्षेत्र में विशेष ध्यान देकर पठन-पाठन किया जाए.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलाधिपति गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विश्व विद्यालय परिवार हमेशा कदम उठाते रहा है तथा आने वाले समय में जो भी आधारभूत संरचना की आवश्यकता होगी तथा जिस प्रकार के सहयोग की जरूरत होगी प्रबंधन पूर्ण रूप से उसके लिए तैयार है. उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर फार्मेसी के क्षेत्र में आ रहे कठिनाइयों की ओर उनका ध्यान आकृष्ट करने पर बल दिया.

फार्मेसी के क्षेत्र में पठन-पाठन एवं शोध विषय पर आयोजित सेमिनार में संस्थान के कुलपति प्रोफेसर महेंद्र सिंह, विजिटर प्रोफ़ेसर हरिकेश सिंह, सचिव गोविंद नारायण सिंह, प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह, उपकुलपति प्रो जगदीश सिंह आदि ने भी संबोधित किया. उक्त सेमिनार में बिहार के अलावा झारखंड, पंजाब, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल एवं अन्य कई स्थानों से शिक्षक एवं छात्र हिस्सा लेने आए हैं. कई सत्रों में चलने वाले सेमिनार का समापन शनिवार दोपहर बाद होगा.

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