सासाराम नगर थाना क्षेत्र के लखनुसराय मोहल्ले में पुलिस अपराधी को पकड़ने के चक्कर में मध्य रात्रि में दुल्हन के कमरे में प्रवेश कर गई. अपराधी को खोजने के दौरान घरवालों से मारपीट के क्रम में पुलिस को अपनी गलती का एहसास हुआ. इसके बाद रात में पुलिस बैरंग लौट गई. हालांकि इस दौरान वहां महिलाओं मौजूद महिलाओं ने इस पर कड़ा एतराज जताया.
दरअसल सासाराम नगर थाना की पुलिस पर आरोप लगा है एक वारंटी की तलाश में देर रात पुलिस छत के रास्ते से आरोपी की जगह दूसरे पड़ोसी के घर में प्रवेश कर गई. आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने घर में गृह स्वामी के साथ मारपीट कर महिलाओं से बदसलूकी भी की. इस पूरे मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि एक दिन पूर्व ही आई दुल्हन के कमरे को भी पुलिस ने खुलवाया और आधी रात को उसके कमरे की तलाशी लेने लगी. इस दौरान दुल्हन पूरी तरह से असहज हो गयी. पीड़ित परिवार ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया है.
वीडियो में दिख रहा है कि पुलिसकर्मी किस तरह से नई-नवेली दुल्हन जो डरी सहमी है, उसके सामने धक्का-मुक्की व मारपीट कर रहे हैं. घर की महिलाएं पुरूष सदस्यों की पिटाई का विरोध करते हुए सुनाई दे रही है. मामले के बारे में बताया जा रहा है कि दो साल पहले लखनुसराय की एक नाबालिग लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उसी मामले में श्रवण कुमार नामक युवक आरोपी है. पुलिस जब सरवन की गिरफ्तारी के लिए उसके घर पर छापेमारी के लिए पहुंची तो उसे लगा कि वह छत के रास्ते से भाग रहा है. पुलिस उसे पकड़ने के चक्कर में एक छत से दूसरे छत पर जा पहुंची तथा सीढ़ी के रास्ते दूसरे के मकान के आंगन तथा कमरे तक पहुंच गई. वहा पहुंच पुलिस ने तलाशी लेने के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बदसलूकी भी की.
हालांकि पुलिस की कार्रवाई के दौरान साथ में महिला पुलिस भी थी. लेकिन बंद दरवाजे में छत के रास्ते से घर की आंगन में उतरी पुलिस को देख कर परिवार के लोग घबरा गए. खासकर एक दिन पूर्व विदा होकर आई दुल्हन पूरी तरह से सहम गई. वायरल वीडियो में दिख रहा है कि कैसे नई नवेली दुल्हन अपने पति के पीछे छिपने का प्रयास कर रही है. वहीं सीढ़ियों पर खड़ी घर की कुछ महिलाएं इस घटनाक्रम का वीडियो बना रही हैं. जब पुलिस को एहसास हुआ कि वह लोग गलत घर में घुस गए हैं, तो वहां से चलते बने. हालांकि हम इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करते.
नगर थानाध्यक्ष संजय सिन्हा के मुताबिक मामला 8 फरवरी का है. जिसके घर में रेड हुई, उसके यहां एक हत्या के आरोपी के छुपने का अंदेशा था. पुलिस ने बहुत देर तक दरवाजे को खोलने को कहा, लेकिन घरवालों ने जानबूझकर देरी की. तब मजबूरन पुलिस को छत के रास्ते घर में प्रवेश करना पड़ा. पुलिस ने किसी के साथ कोई मारपीट नहीं की है. वहीं, इस मामले में आरजेडी विधायक तेजप्रताप यादव ने विरोध किया है. उन्होंने कहा कि मामले में सरकार इसमें पूरी तरीके से दोषी है और ऐसे पुलिसकर्मी के ऊपर कार्रवाई करना चाहिए. किसी के घर पर, किसी के छत पर झांकाताकी करना यही इस सरकार की खूबी रही है. प्रशासन के लोग भी यही कार्य कर रहे है.