बिक्रमगंज स्थित रोहतास कृषि विज्ञान केंद्र में शुक्रवार को वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सह बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के सह निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ आरएन सिंह द्वारा की गई. कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि अनुसंधान केंद्र पटना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ रियाज अहमद व वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमरांव के प्राचार्य द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की गई. डॉ आरएन सिंह ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र रोहतास में वैज्ञानिकों के खाली पड़े पदों को शीघ्रता शीघ्र भरा जाएगा और तत्काल दो मृदा वैज्ञानिक की पदस्थापना कृषि विज्ञान केंद्र में की जा रही है.
उन्होंने कहा कि जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम आगे भी पांच वर्षों तक चुने हुए ग्रामों में जारी रहेंगे. कृषकों को पराली प्रबंधन संबंधित सभी मशीनें एवं सभी तकनीक कृषि विज्ञान केंद्र रोहतास द्वारा उपलब्ध कराई जाएंगी. क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर एसबी सिंह ने कृषकों से आग्रह किया की पराली ना जलाएं एवं उसका चारा के रूप में उपयोग करें. नाबार्ड के जिला प्रबंधक सुनील कुमार ने बताया कि मदद आधारित एफपीओ बिक्रमगंज अनुमंडल में कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा स्थापित किया जाएगा.
कार्यक्रम में पौधा संरक्षण के सहायक निदेशक संतोष कुमार ने फसलों में लगने वाले कीटों हेतु जांच टीम में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों को शामिल करने का अनुरोध किया. मौके पर इफको के डॉक्टर रमेश कुमार, वन विभाग के टीटू मंडल, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, जीविका प्रभारी, कृषि विज्ञान केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक डॉ रतन कुमार, डॉक्टर रमाकांत सिंह, मृदा वैज्ञानिक, एचपी शर्मा, अभिषेक कौशल समेत अन्य मौजूद थे.