लोक आस्था का महापर्व छठ गुरुवार को नहाय-खाय के साथ शुरू होगा. पर्व को लेकर घर-घर में तैयारियां चल रही हैं. सासाराम शहर में अनुमंडल प्रशासन, नगर निगम और घाट पूजा समितियों के समन्वय के साथ तैयारी चल रही है. सासाराम नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत 18 घाटों में से 5 घाटों को खतरनाक घाट के रूप में चिन्हित किया गया है. शहर के सबसे प्रसिद्ध घाट त्रिलोचन घाट पर दोनों तरफ बैरीकेंडिंग का काम चल रहा है. नहर के दोनों सिरे पर बैरीकेडिंग चल रही है.
पूजा समिति द्वारा घाट पर स्थित सूर्य मंदिर पर भी रंग-रोगन एवं साफ-सफाई काम किया जा रहा है. समिति की टीम पूरे व्यवस्था में लगी हुई है. बताते हैं कि त्रिलोचन घाट पर सबसे अधिक छठव्रती पहुंचते है. इसलिए यहां युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है, ताकि व्रतियों को कोई असुविधा ना हो. यहां व्रतियों के लिए चेजिंग रूम भी बनाया जा रहा है.
नगर आयुक्त यतेन्द्र कुमार पाल ने बताया कि घाटों की साफ-सफाई अंतिम चरम में है. सभी छठ घाटों पर बैरिकेडिंग किया जा रहा है. लालगंज नहर के त्रिलोचन घाट एवं मुरादाबाद नहर पर एसडीआरएफ की टीम की तैनाती की जाएगी. नगर निगम क्षेत्र के मुरादाबाद नगर छठ घाट, लालगंज नहर छठ घाट, बलहीहवा तालाब, बेदा नहर छठ घाट एवं बराढ़ी पुल छठ घाट को खतरनाक घाट घोषित किया गया है. जहां पर विशेष सतर्कता बरती जाएगी.
नदी पर अवस्थित छठ घाटों में बेदा डग नहर, फजलगंज नहर, मुरादाबाद नहर, कुराईच लालगंज नहर, तकिया नहर, महद्दीगंज नहर है. जबकि तालाब व पोखरों के छठ घाटों में सूर्य मंदिर तालाब बेदा, दुर्गा कुंड, सखी साह तालाब, त्रिनेत्र गुफा तालाब, शिवघाट मंदिर तालाब, नयका गांव तालाब कादिरगंज, बलडिहवा तालाब चलनिया, सागर तालाब, हथिया कुआ के पास तालाब, आंघड तालाब लखनुसराय, जलेश्वरनाथ शिवमंदिर तालाब एवं मां ताराचंडी धाम तालाब हैं. नगर आयुक्त ने कहा कि व्यवस्था की सतत निगरानी की जाएगी.