रोहतास-कैमूर जिले के सीमा पर स्थित दुर्गावती डैम में जल्द ही पर्यटक नौका बिहार एवं फॉरेस्ट सफारी का आनंद एक साथ ले सकेंगे. इसके लिए कोलकत्ता से दो बोट मंगाए गए है. बोटिंग का ट्रायल पूरा कर लिया गया है. एनडीआरएफ से नो ऑब्जेक्शन मिलते ही पर्यटकों के लिए यह सेवा शुरू कर दी जाएगी.
रोहतास-कैमूर के डीएफओ प्रद्युम्न गौरव ने बताया कि बोटिंग के लिए कोलकत्ता से दो बोट मंगाए गए है. एक बोट 25 सीटर है, जबकि दूसरा 12 सीटर है. 25 सीटर बोट पर्यटकों के लिए होगा. जबकि 12 सिटर बोट रिजर्व में रखा जाएगा. बोट में सवार होने के लिए डैम के तट पर विशेष रूप फ्लोटिंग जेट्टी का निर्माण किया गया है. बताया कि बोटिंग एवं फॉरेस्ट सफारी के लिए प्रति पर्यटक 50 रुपए का शुल्क निर्धारित किया गया है.
उन्होंने बताया कि डैम में नौका बिहार के साथ कैमूर अभ्यारण्य के गुप्ता धाम पथ में भी पर्यटक फॉरेस्ट सफारी का आनंद ले पाऐंगे. बताया कि कैमूर डैम से वोट फिर पहाड़ों के बीच बहती दुर्गावती नदी से फॉरेस्ट इलाके में प्रवेश करेगी. जहां पर्यटक डैम के विहंगम दृश्य से रोमांचित होंगे और वन्य जीवों को भी देख सकेंगे. इस दौरान शेरगढ़ किला के बाहरी हिस्से का नजारा भी पर्यटक वोटिंग के जरिये देख सकेंगे. यह बिहार का एकमात्र केंद्र होगा, जहां नौका बिहार के साथ वोट से फॉरेस्ट सफारी का भी आनंद ले सकेंगे.
बता दें कि दुर्गावती डैम अपनी रमणीयता व प्राकृतिक सुंदरता को पर्यटकों के लिए आकर्षण केंद्र है. यहां हरे-भरे जंगलों से लदी पर्वत श्रेणियों की तलहटी में प्रकृति की सुंदरता के अनमोल खजाने हैं. जो बरबस ही हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करते है. यहां के प्रकृति की मनोरम वादियां, कलकल बहती नदी की धारा में पक्षियों की चहचहाहट, चारों तरफ से हरे-भरे पेड़ व पहाड़ की चट्टानों पर चढ़ कर घूमना लोग काफी पसंद करते हैं.