रोहतास जिले के नोखा नगर पंचायत स्थित दहासिल जलाशय के पास मंगलवार को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, रोहतास वन प्रमंडल, सासाराम द्वारा विश्व आर्दभूमि दिवस समारोह का आयोजन किया गया. डीएफओ प्रद्युमन गौरव की अध्यक्षता में आयोजित विश्व आद्रता दिवस समारोह में वक्ताओं ने नोखा दहासिल क्षेत्र व झील के विकास पर बल दिया एवं आर्द्रभूमि व पर्यावरण संरक्षण के संबंध में लोगों को जागरूक करने हेतु अपने विचार प्रकट किये.
मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक अनिता देवी ने कहा कि हम लोग पौधारोपण नहीं करते है. जबकि पेड़ की अंधाधुंन कटाई कर रहे है. परिस्थितियों बदल रही है. मौसम बदल रहा है. जिसका असर हम लोग देख रहे है. सभी लोगों से अपील की पर्यावरण की रक्षा के लिए पौधरोपण जरुर करें साथ ही उसकी देखभाल जरूरी करें.
कार्यक्रम का उद्घाटन डीएफओ प्रद्युमन गौरव, स्थानीय विधायक अनिता चौधरी, मुख्य पार्षद पम्मी वर्मा एवं उपमुख्य पार्षद राजेन्द्र सिंह ने द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया. अतिथियों का स्वागत डीएफओ ने मिट्टी एवं गोबर से बने गमले में पौधे देकर किया.
डीएफओ ने आर्दभूमि के महत्व पर प्रकाश डालते हुये बताया गया कि पारिस्थिति की तंत्र, जल आपूर्ति एवं जैव विविद्यता की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होने के कारण आर्द्रभूमि प्रत्येक व्यक्ति के जीयन में विशिष्ट स्थान रखते है. विभिन्न प्रकार के जलीय जंतुओं एवं प्रवासी पक्षियों को आश्रय प्रदान करने के साथ ही विभिन्न प्रकार की प्रकाकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़ एवं सुखाड़ से मानव जीवन की भी रक्षा करते है. आर्द्रभूमि जन्तु ही नहीं पादपों की दृष्टि से भी एक समृद्ध तंत्र है जहां औषधीय पौधे भी प्रचूर मात्रा में पाये जाते है एवं भूमिगत जल का रिचार्ज होता है.
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विद्यालय के बच्चों को दहाशील जलाशय में प्रवास कर रहे स्थानीय एवं प्रवासी पक्षियों को दूरबीन की सहायता से दिखाया गया एवं उनके बारे में बताया गया, जिससे बच्चे काफी खुश नजर आये. इस दौरान पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया. डीएफओ ने शिक्षक की रूप में हाईस्कूल गढ़नोखा, ऑक्सन कान्वेंट स्कूल एवं सरस्वती शिशु मंदिर के विद्यार्थियों को दहासिल जलाशय में मौजूद किलकिला, कौरीला, घोंघिल, देसी पनकौवा, छोटी सीलहरी, अंधा बगुला, कोडियाल आदि कई पक्षियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. छात्र-छात्राओं को बताया कि नम भूमि तालाब नदी के किनारे का समतल दलदली क्षेत्र होता है यह मिट्टी झील तालाब नदी विशाल तालाब के किनारे का हिस्सा होता है.
इस मौके पर सासाराम रेंजर सत्येन्द्र कुमार शर्मा, बिक्रमगंज रेंजर तीतू मंडल, प्रचार्य विनीता चौबे, श्याम लाल सिंह, सामाजिक कार्यकर्त्ता चौधरी माखन, अनिल चौबे, प्रेम कुमार, ब्रिज बिहारी प्रसाद, मों गुलाम, वनपाल ललन मोची, बाल्मिकी सिंह, वनरक्षी-अमित कुमार, कामेन्द्र कुमार, अक्षय कुमार, राहुल कुमार, ज्योति कुमारी एवं अन्य वनकर्मी उपस्थित रहें. साथ ही स्थानीय प्रबुद्ध व्यक्ति एवं वार्ड पार्षद् भी उपस्थित थे.