रोहतास जिले में टमाटर प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने को मंजूरी मिल गई. जिले का पहला टमाटर प्रोसेसिंग प्लांट दिनारा प्रखंड के महरोढ़ पंचायत में स्थापित होगा. विभाग ने इस पर कार्रवाई शुरू कर दी है. प्लांट से किसानों में उम्मीदें जगी है. जिले के किसानों के लिए यह नई तकनीक वाली प्लांट होगी. प्लांट के स्थापित होने से सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा.
जिले में पहली बार प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित हो रही है, इसे ले पहले 100 किसानों का ग्रुप तैयार किया गया है. 100 एकड़ से अधिक भूमि में प्लांट स्थापित होगी. जिला उद्यान विभाग द्वारा सात दिसंबर को समूह के किसानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. उसके बाद स्थल पर प्लांट स्थापित करने संबंधित कार्यादेश दिया जाएगा. योजना पर करीब 80 लाख रूपए खर्च होंगे. सरकार ने प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने के लिए किसानों को राहत दी है. किसानों को सरकार 90 प्रतिशत अनुदान देगी. किसानों को सिर्फ दस प्रतिशत राशि खर्च करनी पड़ेगी. इसी वित्तीय वर्ष में प्रोसेसिंग प्लांट पर काम पूरा किया जाएगा. इस प्लांट के स्थापित करने से टमाटर उत्पादन करने वाले किसानों को राहत मिलेगी. टमाटर की बरबादी नहीं होगी. लोग प्रोसेसिंग के लिए टमाटर को प्लांट में निर्यात करेंगे. जिले को पिछले दो वित्तीव वर्ष से टमाटर की खेती के लिए चयन किया जा रहा है.
दूसरे प्रदेशों में टमाटर सॉस का होगा निर्यात: प्रोसेसिंग प्लांट में बनने वाला टमाटर सॉस को अपने प्रदेश के साथदू सरे प्रदेशों में निर्यात किया जाएगा. बाहर की विभिन्न कंपनियों से टाइअप किया जाएगा. जैसे टमाटर सॉस तैयार होगा, बाहर की कंपनियां आएंगी व सॉस को खुद ले जाएंगी. इसमें किसानों को अधिक से अधिक टमाटर उत्पादन करना होगा. हालांकि किसानों द्वारा कितना टमाटर स्टोर कर रहे हैं, वह उनके उपर है. जितना अधिक टमाटर का स्टोर किया जाएगा, अधिक सॉस का उत्पादन होगा. प्लांट में सॉस की पैकिंग भी की जाएगी.
इस संबंध में रोहतास जिला उद्यान पदाधिकारी अभय कुमार मंडल कहते है कि जिले में टमाटर प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने को मंजूरी मिली है. दिनारा के महरोढ़ में प्लाट स्थापित करने की पूरी तैयारी हो गई है. किसानों के ग्रुप को प्रशिक्षण देने के बाद प्लांट पर काम शुरू करने के लिए कार्यादेश दिया जाएगा. इस वित्तीय वर्ष में प्रोसेसिंग प्लांट का काम पूरा किया जाएगा. इससे किसानों को फायदा होगा.