रोहतास में पर्यटन स्थलों के निरीक्षण के बाद बोले सचिव- यहाँ के पर्यटन स्थल बनेंगे बिहार के नए इको टूरिज्म डेस्टिनेशन, रोपवे का काम धीमा करनेवाली कंपनी से शोकॉज

बिहार में इको टूरिज्म का विकास किया जा रहा है. राजगीर, बाल्मिकीनगर के बाद अब बारी रोहतास की है. जहां ईको टूरिज्म को लेकर कई पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा. यहां पर पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जाएगा. गुरुवार को पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह रोहतास दौरे पर आए थे. जहां वे एक ही दिन में शेरगढ़ किला, दुर्गावती डैम, मांझर कुंड, धुआं कुंड, रोहतासगढ़ रोपवे निर्माण स्थल व मां तुतला भवानी इको पर्यटन स्थल का मुआयना किया.

रोहतासगढ़ रोपवे निर्माण की धीमी गति पर नाराज दिखे. उन्होंने काम कर रही निर्माण एजेंसी से पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता को शोकॉज जारी करने का निर्देश दिया है. सचिव ने बताया कि बारिश की वजह से काम में थोड़ी देर हुई है और फाउंडेशन वगैरह के कार्य में अपेक्षित प्रगति नहीं हो सकी. उन्होंने योजना में धीमे कार्य को देखते हुए असंतोष जाहिर किया और बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता से इसको लेकर स्पष्टीकरण पूछने के निर्देश दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 6 महीनों के अंदर रोहतासगढ़ रोपवे योजना को हर हाल में पूरी करें, ताकि पर्यटक रोहतासगढ़ की नयनाभिराम वादियों का आनंद जल्द से जल्द उठा सकें.

निरीक्षण के क्रम में पर्यटन सचिव डीएम धर्मेंद्र कुमार के साथ सबसे पहले शेरगढ़ किले के नीचे खाली पड़ी लगभग 5 एकड़ जमीन का मुआयना किया और कहा कि शेरगढ़ किला देखने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसे देखते हुए उनके लिए और भी सुविधाएं विकसित करने की योजना पर पर्यटन विभाग काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि यहां एक वृहत इंटरटेनमेंट और एक्टिविटी जोन के निर्माण पर विचार किया जा रहा है, जहां कैफेटेरिया, झूले, रॉक क्लाइम्बिंग, गो-कार्टिंग जैसी सुविधाएं देकर पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा. उन्होंने जमीन को चिन्हित करते हुए एक सप्ताह में पर्यटन विभाग को विस्तृत विवरणी देने के निर्देश दिया.

इसके बाद पर्यटन सचिव ने अधिकारियों के साथ दुर्गावती जलाशय का निरीक्षण किया और जलाशय में नौका विहार करने के बाद कहा कि यहां पूर्व से पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा बड़े बोट संचालित किए जा रहे हैं, इसके साथ ही यहां पर्यटन विभाग भी 4 और 6 सीटर वाले छोटे बोट संचालित करेगा ताकि छोटे परिवार या दोस्तों के साथ आने वाली छोटी टोली भी आकर जलाशय में नौका विहार कर सके. इसके बाद वे सीता कुंड का निरीक्षण कर बैरिकेडिंग को और विस्तृत करते हुए अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों को दिए.

मांझर और धुआं कुंड के जायजा के दौरान कहा कि पर्यटन विभाग मांझर कुंड और धुआं कुंड के विस्तृत विकास के लिए पूरी कार्ययोजना बना चुका है. यहां पर्यावरणीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए कैफेटेरिया, गैजिबो और झूला ब्रिज आदि लगाकर पर्यटकों के लिए टूर पैकेज विकसित करने पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने यहां पूर्व निर्मित संरचनाओं को जीर्णोद्धार कर पर्यटकीय सुविधाएं निर्मित करने के निर्देश दिए.

उन्होंने तुतला भवानी में एक अतिरिक्त झूला पुल, चेंजिंग रूम, सीढ़ियों पर फिसलन मुक्त टाइल्स लगाने के निर्देश दिए, ताकि यहां आनेवाले पर्यटकों को बेहतर पर्यटकीय सुविधाएं प्रदान की जा सके. कहा कि रोहतास के पर्यटन स्थल बिहार के नए इको टूरिज्म डेस्टिनेशन बनेंगे. निरीक्षण के दौरान प्रबंध निदेशक बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम नंदकिशोर, महाप्रबंधक बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम अभिजीत कुमार, डीडीसी शेखर आनंद, डीएफओ मनीष कुमार वर्मा, सासाराम अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार, डेहरी अनुमंडल पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा सहित पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के कई पदाधिकारी मौजूद थे.

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