डेहरी में दीक्षांत परेड समारोह का आयोजन, 249 बेटियां बनी बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल का हिस्सा; सीआईएसएफ व अन्य अर्धसैनिक बलों की तरह मिला है प्रशिक्षण

बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-19 की 235 व महिला बटालियन सासाराम की 14 महिला सिपाही शुक्रवार को पूरी तरह से बिहार पुलिस का हिस्सा हो गई. कुल 249 महिला सिपाही राज्य को सेवा देने के लिए तैयार हैं. अब राज्य के लोगों को सुरक्षित रखने में अब ये महिला सिपाही भी योगदान देंगी. बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस दो के परेड मैदान में शुक्रवार को उनका पारण परेड संपन्न हुआ.

बीएसएपी दो की कमांडेंट स्वप्ना जी मेश्राम ने आगत अतिथियों का मोमेंटो व पौधा देकर स्वागत किया. पारण परेड में मुख्य अतिथि बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के आईजी एम आर नायक के द्वारा सभी आठ प्लाटून से सलामी ली गई. परेड का नेतृत्व कुमारी जूही खातून एवं रागिनी कुमारी ने किया. बीएसएपी के आईजी एमआर नायक ने पारण परेड के निरीक्षण उपरांत नव प्रशिक्षित सिपाहियों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के पहले विशेष सशस्त्र पुलिस में कठिन प्रशिक्षण किया वह आज के परेड में झलक रहा है. आपको सीआईएसएफ व अन्य अर्धसैनिक बलों की तरह प्रशिक्षण दिया गया है.

उन्होंने कहा कि यहां से निकलकर महिला बटालियन सीआईएसएफ के साथ एक माह का प्रशिक्षण प्राप्त करने के साथ छत्तीसगढ़ में बीएसएफ के साथ प्रशिक्षण लेकर बिहार के दरभंगा एयरपोर्ट, बोधगया एयरपोर्ट समेत कई महत्वपूर्ण स्थानों व समाज में अपनी ड्यूटी देंगी. कहा कि आप सभी महिला सिपाहियों के समक्ष कई चुनौतियां आएंगी, किंतु उनके बीच संविधान के दायरे में रहकर आपको कार्य करना है. बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल की क्षमता को दिखानी है.

उन्होंने महिला सिपाहियों को शपथ दिलायी कि “संविधान के द्वारा पुलिस नियमावली में दिए गए जो दायित्व है, वह हम सबको समझा दिया गया हैं, मैं उन्हें स्वीकार करती हूं और मैं शपथ लेती हूं कि सरकार एवं अपने वरीय अधिकारियों के निर्देश व अपने कर्तव्यों का पालन इमानदारी व हर्षोल्लास के साथ करूंगी. जो दायित्व दिया जाएगा, उसे निर्वाहन करूंगी”. सच्चाई और शिष्टाचार के साथ व्यवहार करने की शपथ दिलाई गई.

कमांडेंट स्वप्ना जी मेश्राम ने कहा आज कुल 247 महिला बटालियन का पारण परेड संपन्न हुआ. पारण परेड में शामिल महिला सिपाहियों को सच्चाई और शिष्टाचार के साथ व्यवहार करने की शपथ दिलाई गई. सभी महिला सिपाहियों को बेहतर पुलिंसिंग के लिए 233 कार्य दिवस बुनियादी प्रशिक्षण दिया गया है. इन महिला प्रशिक्षुओं में दस पीजी व 146 स्नातक है. इसमें से दो का चयन एएसआई के पद पर हुआ है. उन्होंने उन्हें बधाई दी.

उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, कानून के साथ-साथ बाह्य विषयों में विपेन ट्रेनिंग, मॉडर्न आर्म्स, फायरिंग फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट, सर्किट ट्रेंनिंग, फील्ड क्राफ्ट, मैप रीडिंग, एंटी राइट ड्रिल आदि का भी प्रशिक्षण दिया गया है. उन्होंने विश्वास जताया कि आप पूरी लगन मेहनत और सत्य निष्ठा से पुलिस विभाग में अपने कर्तव्य का निर्वहन करेंगी. उन्होंने उनके परिजनों को भी बधाई दी. मौके पर डीआईजी छत्रनील सिंह, डीएम धर्मेंद्र कुमार, एसपी आशीष भारती, एसडीएम समीर सौरभ, एसडीपीओ नवजीत सिम्मी व अन्य पुलिस अधिकारी व कर्मी व उनके परिजन मौजूद थे.

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