सूबे में रोहतास के एनएमसीएच में हुई सर्वाधिक कोरोना सैंपल की जांच

बिहार में सरकारी क्षेत्रों के अतिरिक्त निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य संस्थान भी कोरोना जांच में आगे रहे. बिहार में स्थित प्राइवेट लैब में अबतक 3 लाख से अधिक सैंपल की कोरोना जांच हो चुकी है. सरकारी क्षेत्र में जहां नि:शुल्क एंटीजन टेस्ट व आरटीपीसीआर जांच की व्यवस्था है, वहीं निजी क्षेत्र के संस्थानों में प्रारंभ में 2500, फिर 800 रुपये प्रति सैंपल की दर से जांच की जा रही है. 

Ad.

गौरतलब है कि बिहार में मार्च के अंतिम सप्ताह तक न तो सरकारी क्षेत्र में और न ही निजी क्षेत्र में कोरोना जांच की कोई सुविधा थी. उस वक्त कोरोना जांच के लिए सैंपल नेशनल वॉयरोलॉजी लैब, पुणे भेजना पड़ता था. लेकिन बाद में केंद्र सरकार के सहयोग से राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, पटना में कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की शुरुआत की गयी.

बिहार के लोगों ने निजी लैब में कोरोना सैंपल की जांच कराने के लिए अबतक करीब 45 करोड़ खर्च किए हैं. हालांकि, सरकारी क्षेत्र में प्राथमिक चिकित्सा केंद्र से लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल तक नि:शुल्क कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध है. निजी क्षेत्र में रोहतास जिले के जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल ने सर्वाधिक 69,000 सैंपल की जांच की, जबकि पटना के सरल पैथ लैब में अबतक 44 हजार 139 सैंपल की जांच की जा चुकी है. जांच करने वालें में निजी क्षेत्र के टॉप पांच संस्थानों बिहटा के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में 41,677, पटना के पॉथकाइंड लैब में 30,656, पटना के इंदिरा डायग्नोस्टिक 24,197 सैंपल की जांच की गयी है. सबसे कम मात्र 83 सैंपल की जांच गया मिलिट्री अस्पताल में हुई है.

बता दें कि अगस्त 2020 में रोहतास के जमुहार स्थित नारायण चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पतालव में कोविड-19 सैम्पल जांच की अनुमति मिलती थी. बिहार में प्राइवेट सेक्टर में अभी तक 24 स्वास्थ्य संस्थानों में कोरोना जांच की सुविधाएं उपलब्ध है.

Ad.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here