रोहतास में शराब पीने से एक भी व्यक्ति की नहीं हुई है मौत- डीएम

रोहतास जिले के कोचस एवं करगहर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में पांच युवकों की शराब से नहीं बल्कि किसी अन्य बीमारी से मृत्यु हुई है. वरीय प्रशासनिक अधिकारियों की जांच के बाद मामले का खुलासा हुआ. चिकित्सकों ने भी इस बात का प्रमाण दिया है कि शराब से नहीं बल्कि चारों की मौत अलग-अलग बीमारी से हुई है. गुरुवार को डीएम धर्मेंद्र कुमार व एसपी आशीष भारती ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता कर इस आशय की जानकारी दी. साथ ही अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई का निर्देश दिया. डीएम व एसपी ने परिजन द्वारा जांच टीम को बताई गई बातों से अवगत कराते हुए कहा कि कुछ लोग मुआवजा दिलाने के नाम पर शराब पीने से मौत होने की बात का अफवाह फैलाया.

डीएम ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर कुछ लोगों ने भ्रामक खबर फैलाया था, जिस पर संज्ञान लेते हुए फौरन मामले की जांच सदर एसडीएम मनोज कुमार, एसडीपीओ विनोद रावत, सहायक आयुक्त मद्य निषेध तारिक महमूद, बीडीओ प्रमोद कुमार व निरीक्षक मद्य निषेध प्रभात विद्यार्थी से कराई गई. डीएम ने कहा कि मृतक के परिवार के सदस्यों से पूछताछ और उनका बयान भी दर्ज किया गया है साथ ही उनकी बातचीत की सीडी भी तैयार कराई गई. जिसमें परिजन द्वारा कहा गया है कि शराब पीने से किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है. मरने वाले सभी लोग अलग-अलग इलाके है. जिनमें तीन लोगों की मौत पूर्व की बीमारी से हुई है, वहीं दो लोगों की मौत डायरिया और विषाक्त भोजन करने के कारण हुई है.

एसपी आशीष भारती ने बताया कि कोचस थाना क्षेत्र के चवरी गांव निवासी रामअवतार राम की मौत 24 मार्च को फूड प्वायजनिग व उल्टी दस्त के कारण, कोचस के छवनी मोहल्ला निवासी मनोज राम की मौत 29 मार्च को चार दिनों से बुखार आने व पूर्व से बीमार रहने के कारण, कोचस के वार्ड 11 के निवासी विनोद चौहान की मौत 28 मार्च को पूर्व में पेट की बीमारी के कारण, कोचस थाना क्षेत्र के कंजर गांव निवासी राजेश सिंह की मौत 29 मार्च को अचानक तबियत खराब होने के बाद डाक्टर के यहां इलाज के लिए ले जाने के क्रम में हुई है. वहीं करगहर थाना के रामपुर गांव निवासी 16 वर्षीय सतीश कुमार की मौत 30 मार्च को हुई थी. इस मामले में सरकार से चार लाख का मुआवजा मिलने का झांसा देकर कुछ इंटरनेट मीडिया से जुड़े लोगों ने परिवार के सदस्यों का बयान लेकर भ्रामक खबर और तथ्य को तोड़ मरोड़ को प्रस्तुत कर समाज से लेकर प्रशासन को गुमराह करने का प्रयास किया. जिनकी पहचान कर ली गई है तथा नियमानुकूल कार्रवाई की जा रही है. डीएम ने कहा कि जांच टीम में शामिल अधिकारियों के समक्ष ग्रामीणों व परिजनों ने शराब पीने से मौत को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने बताया कि जांच के क्रम में कुछ मृतकों के बारे में ग्रामीणों व परिजनों ने बताया है कि वे कभी भी शराब का सेवन अपने जीवन काल में नहीं किए थे.

Ad.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here