अधिवक्ता गरीबों के लिए सुगम तरीके से न्याय दिलाने में कारगर माने जाते हैं. यही कारण है कि वर्तमान समय में एक अच्छे अधिवक्ता के बगैर न्याय की उम्मीद संभव नहीं है. उक्त बातें राज्यसभा सांसद सह गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गोपाल नारायण सिंह ने शुक्रवार को डेहरी अनुमंडल न्यायालय परिसर में विधिक संघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में कही. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में एकता में बल है. विधिक संघ हो या समाज या राष्ट्र सभी जगह एकजुटता जरूरी है, क्योंकि एकता के बल पर वह सब कुछ किया जा सकता है, जो किया जाना चाहिए.
सांसद गोपाल नारायण सिंह ने अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 14 लाख की लागत यहां अनुमंडल विधिज्ञ संघ का भवन बनेगा. अधिवक्ता समुदाय देश के बुद्धिजीवी जमात के रूप में जाना जाता है. आप सब पर न्यायालय से पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने के अलावा समाज को मुख्यधारा में ले जाने एवं आम लोगों को देशहित के प्रति जागरूक करने का भी अहम दायित्व है, जिसे हमारे विधिज्ञ संघ के सदस्य अपने दायित्व का निर्वहन बखूबी करते हैं. अनुमंडल न्यायालय में अधिवक्ता समुदाय को बैठने एवं अपने कार्य का सुविधाजनक तरीके से करने में समस्या होती है, जो पहले से ही मेरी नजर में थी. जिसे लेकर विधिज्ञ संघ द्वारा पूर्व में मुझे अवगत भी कराया गया था. सांसद ने अनुमंडलीय विधिज्ञ संघ भवन के लिए सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से 14 लाख रुपए की राशि देने की भी घोषणा की. जिससे अधिवक्ताओं को न्यायालय का कार्य निपटाने के लिए बैठने की समुचित व्यवस्था हो सके.
उन्होंने कहा कि न्याय पाने के लिए अधिवक्ताओं के माध्यम से लोग न्यायालय में जाते हैं. ऐसे में अधिवक्ताओं को न्यायिक कार्य में किसी तरह की कोई परेशानी न हो तथा उन्हें कार्य के दौरान अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध हो इसकी जिम्मेवारी जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ समाज के सभी वर्गों को होनी चाहिए. आयोजित सम्मान समारोह में विधिक संघ अध्यक्ष रामाकांत दुबे समेत अन्य सदस्यों ने सांसद को अंग वस्त्र व बुके देकर सम्मानित किया. मौके पर अनुमंडल विधिक संघ के अध्यक्ष रमाकांत दुबे, पूर्व अध्यक्ष उमाशंकर पांडेय उर्फ मुटुर पांडेय, वरीय अधिवक्ता मनोज अज्ञानी, बैरिस्टर सिंह, कपिलमुनि सिंह समेत अन्य अधिवक्ता मौजूद थे.