डेहरी-डालमियानगर नगर परिषद की मुख्य पार्षद विशाखा सिंह पर डेहरी विधायक द्वारा दायर किए गए परिवाद पर रोहतास डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव से मार्गदर्शन की मांग की है. राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव को भेजे पत्र में डीएम ने कहा है कि विधायक द्वारा डेहरी-डालमियानगर की सभापति विशाखा सिंह पर यह आरोप लगाया गया है कि वे नागपुर(महाराष्ट्र) की मूल निवासी होते हुए डेहरी के मूल निवासी संजीत कुमार सिंह से अंतरजातीय विवाह के उपरांत अपना जाति प्रमाण पत्र डेहरी अंचल से निर्गत कराया. साथ ही वर्ष 2017 में सभापति पद जो अति पिछड़ी जाति की महिला के लिए आरक्षित था, पर स्वयं अति पिछड़ी जाति प्रमाण पत्र बनाकर असंवैधानिक तरीके से सभापति बन गई.
परिवाद पत्र की जांच जिला स्तर से त्रिसदस्यीय जांच दल गठित कर करायी गई. जांच दल का मंतव्य है कि अवर निर्वाचन पदाधिकारी डेहरी व एसडीओ डेहरी के जांच प्रतिवेदन एवं लोकायुक्त के पारित आदेश का अवलोकन किया. सभी जांच प्रतिवेदन व आदेश में विशाखा सिंह पर लगाये गए आरोपों को प्रमाणित नहीं किया गया है. साथ ही उच्च न्यायालय एवं राज्य निर्वाचन आयोग बिहार में दाखिल परिवाद का कोई निर्णय सामने नहीं आया है. इस आलोक में डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव से मार्गदर्शन की मांग की है