सासाराम नगर परिषद के मुख्य पार्षद कंचन देवी, तत्कालीन ईओ कुमारी हिमानी और जेई अरुण कुमार पर एफआईआर दर्ज किया गया है. इनके ऊपर बिना सड़क निर्माण कराए 48 लाख रुपए की निकासी कर गबन करने का आरोप है. डीएम धर्मेंद्र कुमार के आदेश के बाद इस मामले में सोमवार को ईओ अभिषेक आनंद ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. इस कार्रवाई के बाद कुछ और लोगों की गर्दन फंसना तय माना जा रहा है। ऐसे लोग बेचैन हो गए हैं.
बता दें कि इओ अभिषेक आनंद द्वारा सासाराम नगर परिषद के वार्ड 11 में कुल सात विभागीय योजनाओं की जांच कर 13 अगस्त को डीएम की प्रतिवेदन समर्पित किया गया था. मामला उजागर होने के बाद जिलाधिकारी द्वारा जांच टीम का गठन किया गया था. जांच टीम में अपर समहर्ता लालबाबू सिंह के अलावे वरीय उप समहर्ता अनु कुमारी, जिला लेखा पदाधिकारी महंथ स्वरुप, कार्यपालक अभियंता संजय कुमार सिंह, सहायक अभियंता नंद कुमार गुप्ता, कनीय अभियंता सतेन्द्र कुमार गहलौत को शामिल किया गया था. जांच टीम ने स्थल भ्रमण करके योजना का भौतिक सत्यापन और तकनीकी जांच की. चार फरवरी को जांच टीम द्वारा रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी गई.
उस रिपोर्ट में कहा गया है कि वार्ड 11 में नगर परिषद् द्वारा जिन सात योजनाओं के लिए लगभग पचास लाख रुपये की निकासी 2019-20 में की गई है, उन योजनाओं पर एक वर्ष पहले विधायक फंड से कार्य कराया गया है. नप द्वारा कोई कार्य नहीं कराया गया है. जांच टीम ने मोहल्ला के लोगों का बयान और स्थल का फोटो भी डीएम को रिपोर्ट के साथ उपलब्ध कराया है. जिसके बाद डीएम के निर्देश पर सोमवार को सासाराम नगर परिषद ईओ अभिषेक आनंद ने मिलीभगत कर बिना कार्य कराये सरकारी राशि का गबन करने वाले मुख्य पार्षद कंचन देवी, तत्कालीन ईओ कुमारी हिमानी और जेई के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी करवाई की मांग की है.
नगर थाने में दर्ज मुकदमे में बताया गया है कि सासाराम नगर परिषद के मुख्य पार्षद के वार्ड 11 में सात योजनाओं के माध्यम से 48 लाख रुपए की निकासी कर ली गई. जबकि किसी सड़क का निर्माण भी नहीं हुआ. यहां तक की पूर्व में विधायक मद से बने सड़क को 14वें वित्त का निर्माण दिखाया गया है. नगर निधि से दो सड़के तथा 14वें वित्त से 5 सड़को के निर्माण के नाम पर 48 लाख का निकासी कर लिया गया. इस संबंध में सासाराम नगर परिषद के ईओ अभिषेक आनंद ने बताया कि मुख्य पार्षद कंचन देवी, तत्कालीन ईओ कुमारी हिमानी और कनीय अभियंता अरुण कुमार पर मुकदमा दर्ज कराया गया है.