रोहतास जिले के सासाराम रेंज में कैमूर पहाड़ी के जंगल में पहले फायर वॉच टावर का निर्माण वन विभाग द्वारा किया गया है. सासाराम रेंज के कैमूर वन्यप्राणी आश्रयणी में इस फायर वॉच टावर से जंगलों एवं आसपास के इलाकों में आग लगने के बाद तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पदाधिकारियों को दी जाएगी. ताकि आसानी से समय रहते आग पर काबू पाया जा सके. इसके लिए फायर वॉच टावर पर वन विभाग के वॉच कर्मी को भी प्रतिनियुक्त किया जाएगा. जो फायर वॉच टावर पर तैनात रहकर जंगल एवं आसपास के इलाकों में निगरानी रखेंगे.
बता दें कि कैमूर वन्यप्राणी आश्रयणी का जंगल एवं वाटरफॉल पर्यटकों को अपनी तरफ लुभाता है. जंगली क्षेत्रों में अचानक किसी कारणवश आग लगने की स्थिति में तेजी से आग का फैलाव होता है. इसी कारण वन विभाग कैमूर वन्यप्राणी आश्रयणी के इलाकों में फायर वॉच टावर का निर्माण करा रहा है. फायर वॉच टावर के निर्माण से जंगलों में आग लगते ही इसकी तत्काल जानकारी स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध हो सकेगी. इसके बाद स्थानीय प्रशासन के द्वारा आसानी से आग पर काबू पाया जा सकेगा. इससे जंगली इलाकों में ज्यादा नुकसान नहीं होगा.
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रोहतास के डीएफओ प्रद्युम्न गौरव ने बताया कि इस वितीय वर्ष में सासाराम रेंज में फायर वॉच टावर का निर्माण कराया गया है. जल्द ही चेनारी एवं रोहतास रेंज में भी फायर वॉच टावर का निर्माण किया जायेगा. उन्होंने बताया कि देश में हर वर्ष 15 फरवरी से 15 जून तक फायर सीजन होता है. इस दौरान इन टावर पर फायर वाचर की तैनाती रहेगी. उन्होंने बताया कि फायर सीजन में जंगल को आग से बचाने के लिए सेटेलाइट से भी नजर रखी जाती है. जिसके तहत रोहतास वन प्रमंडल के रोहतास, सासाराम एवं चेनारी रेंज में आग बुझाने के लिए पांच-पांच कर्मियों की तीन टीम गठित है. जो जंगल में आग बुझाने वाले सभी उपक्रमों से लैस है.
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