रोहतास जिले की हेमा कुमारी एवं डॉ. मनीषा प्रियम्बदा ने प्रथम प्रयास में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा राज्य के विश्वविद्यालयों में व्याख्याता परीक्षा में बाजी मार जिले की लड़कियों के लिए रोल मॉडल बन गई है.
बता दें कि भोजपुर जिले के बिहियां की बेटी तथा रोहतास जिले के सासाराम निवासी वरीय अधिवक्ता रहे स्व. अमिरचंद राम की बहु हेमा कुमारी ने बीपीएससी द्वारा आयोजित व्याख्याता की परीक्षा में बिहार में 9वां स्थान प्राप्त की है. सबसे बड़ी बात यह है कि वो ओवीसी आरक्षण की हकदार होने के बावजूद समान्य श्रेणी से सफलता हासिल की है. वो अपनी सफलता का श्रेय अपने पति अशोक कुमार के सकारात्मक सहयोग को देती हैं.
वहीं सासाराम के गौरक्षणी मुहल्ला निवासी डॉ. मनीषा प्रियम्बदा ने बीपीएससी के व्याख्याता की परीक्षा में सामान्य श्रेणी से 35 वां स्थान प्राप्त की हैं. डॉ. मनीषा का ससुराल नोखा है. उन्होंने अपने सफलता का श्रेय अपने पति विकास कुमार कौशल एवं परिवार के सदस्यों को देकर कहती है कि अगर परिवार का सहयोग नहीं होता तो ये सब नामुमकिन था. डॉ. मनीषा हाई स्कूल बिसेनी खुर्द की छात्रा रही हैं. मैट्रिक के बाद सासाराम के शेरशाह महाविद्यालय से इंटर एवं स्नातक की पढ़ाई की. उसके बाद पटना विश्वविद्यालय से एमए एवं एमएड की पढ़ाई पूरी की. मगध विश्वविद्यालय से पीएचडी कर उन्होंने डॉक्टर की उपाधि ली.