देश के उभरते युवा मूर्तिकार व कैमूर के लाल रवि प्रकाश ने चीन में भारत का परचम लहरा दिया. चीन के हार्बिन शहर में आयोजित 24वें इंटरनेशनल स्नो स्कल्पचर प्रतियोगिता में चौथा अंक लाकर देश को एक्सीलेंस अवार्ड दिलाया है. टीम अभ्युदय ने भारतीय संस्कृति से जुड़ी भगवान के नरसिंह अवतार की साढ़े बारह फीट ऊंची जीवंत मूर्ति बनाकर देश का गौरव बढ़ा दिया. इस प्रतियोगिता में भारत समेत विश्व के सोलह देशों के कुल 29 टीमों ने हिस्सा लिया था. भारत के युवा मूर्तिकारों ने -25 से -29 डिग्री सेल्सियस खून जमा देने वाले तापमान पर देश के लिए काम किया.
गौरतलब है कि चीन के शहर हार्बिन में दस से तेरह जनवरी तक 24वां अंतर्राष्ट्रीय स्नो स्कल्पचर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. जिसमें दुनियाभर से कुल 129 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था. जिसमें भारत की तरफ से कैमूर जिले के पकड़ीहार गांव का रवि प्रकाश, यूपी के लखिमपुर खिरी का रजनीश वर्मा, एमपी का सुनील कुशवाहा व दिल्ली के सुल्तान आलम ने हिस्सा लिया था.
टीम के कप्तान रवि ने बताया कि अन्य देशों से एक से अधिक टीमें काफी अनुभवी प्रतिभागियों के साथ हिस्सा ली थी. हम भारतीय कलाकारों के लिए इस तरह के प्रतियोगिता में नया अनुभव था. फिर भी हमलोग पूरे जुनून के साथ अपनी संस्कृति को रखने का काम किया. चीन में अपने देश जैसा कुछ भी नहीं दिख रहा था, लेकिन हमलोग प्रतियोगिता स्थल के पास लहराता हुआ तिरंगा झंडा हमें बहुत कुछ संदेश दे रहा था. देश के लिए कुछ करना व भारत माता के गौरव को बढ़ाने के लिए हमलोगों किसी भी तापमान को सहने के लिए तैयार थे. जिसका परिणाम हमें एक्सीलेंस आवार्ड के रूप में मिला.
मालूम हो कि रवि प्रकाश इसके पूर्व दिसंबर माह व जनवरी के प्रथम सप्ताह में आयोजित स्नो स्कल्पर प्रतियोगिता में भी देश को एक्सीलेंस अवार्ड दिलाया था. जबकि इसके पूर्व मैक्सिको में तो घास-फूस व लकड़ी से सबसे उंची मूर्ति बनाकर सबको चौंका दिया था.