किसान गोष्ठी में बताए गए आत्मनिर्भर बनने के तौर-तरीके

विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर शुक्रवार रोहतास जिले के जमुहार स्थित नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसानों के साथ कृषि वैज्ञानिकों ने किसान गोष्ठी का आयोजन कर उसकी महत्ता पर प्रकाश डाला.

Ad.

कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि आज कृषि को लोग महत्त्व नहीं दे रहे हैं जिसका परिणाम आने वाले समय में बहुत अच्छा नहीं होगा. हमें कृषि को बहुत ही महत्वपूर्ण दर्जा देकर उसके विकास में अहम योगदान करना आवश्यक होगा तभी हम इतने विशाल जनसंख्या वाले भारत देश के खाद्यान  जरूरतों को पूरा कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि कृषि विकास दर में जब तक वृद्धि दर्ज नहीं की जाएगी तब तक देश की उन्नति संभव नहीं है.

इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र शिरीस के निदेशक नित्यानंद राय ने किसानों को पारंपरिक खेती से हटकर अधिक से अधिक लाभ का जरिया बनाने पर जोर दिया. कृषि विज्ञान केंद्र के डीन डॉ यू पी सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कम पानी के क्षेत्र में भी हम ऐसे ऐसे वैराइटीज को लगाएंगे जो कि अधिक से अधिक फायदा देगा. उन्होंने पारंपरिक खेती के साथ-साथ नगदी फसलों के उपज एवं उससे होने वाले लाभों की विस्तृत चर्चा की.

कार्यक्रम में गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ एम एल वर्मा, स्थानीय किसान महेंद्र प्रताप सिंह, कुमार मनोज सिंह, आलोक प्रताप सिंह समेत जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए लगभग एक सौ किसानों ने भाग लिया. कार्यक्रम का संचालन स्नेहा कुमारी ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन हार्टिकल्चर के प्रभारी डॉ मौर्या ने किया.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here