बिहार विधान परिषद हॉल पटना में बुधवार देर शाम शाहाबाद क्षेत्र के विभिन्न दलों के विधायक तथा विधान परिषद सदस्यों की एक बैठक हुई. शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के संयोजक अखिलेश कुमार के पहल पर यह बैठक सभापति माननीय अवधेश नारायण सिंह के अध्यक्षता में सम्पन्न हुई. जिसमें शाहाबाद यानि वर्तमान भोजपुर, रोहतास, कैमूर तथा बक्सर जिले के प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण मनोरम स्थलों के साथ ही ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक महत्व वाले स्थलों को केंद्र में रखकर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दलगत भावना से ऊपर उठकर सामुहिक प्रयास करने का निर्णय लिया कई दलों के नेताओं ने लिया.
उपस्थित सदस्यों ने कहा कि शाहाबाद की धरती सतयुग के राजा हरिश्चन्द्र काल से लेकर आधुनिक काल तक के गौरवशाली इतिहास को समेटे हुए है. यहां विन्ध्यगिरी पर्वत श्रृंखला के कैमूर पहाड़ी पर मनोरम प्रकृति दृश्य के साथ रोहतासगढ़, शेरगढ़ किला, तुतला भवानी, मांझर कुंड, करकटगढ़, भगवान राम को शस्त्र और शास्त्र दोनों का शिक्षा स्थल बक्सर, शक्तिपीठ ताराचंडी धाम, मुंडेश्वरी धाम, भलुनीधाम, आयरन देवी, ब्रमहेश्वर स्थान, वीर कुंवर सिंह की जन्मभूमि जगदीशपुर, इन्द्रपुरी जलाशय, दुर्गावती जलाशय, दरिया साहब का जन्मभूमि धरकन्धा, शेरशाह का मकबरा आदि महत्वपूर्ण धरोहर वाले स्थलों जोड़कर शाहाबाद के एक टुरिज्म सर्किट बनाकर पर्यटकों को आकर्षित किया जाए.
वक्ताओं ने कहा कि शाहाबाद अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल वाराणसी-सारनाथ तथा बोध गया के बीच में अवस्थित है और यहाँ के प्रकृतिक बनावट काफी आकर्षक तथा ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व गौरवशाली है. इसलिए अपनी मातृभूमि और कर्मभूमि को अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की सामुहिक रूप प्रयास किया जाना चाहिए. बैठक में बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह के अलावा अल्पसंख्य ककल्याण मंत्री मो जमा खान, विधान परिषद में जदयू के सदस्य संजीव श्याम सिंह, भाजपा के निवेदिता सिंह, कांग्रेस के विधायक मुरारी कुमार गौतम, राजद विजय कुमार मंडल, सुधाकर सिंह, संगीता कुमारी, राजेश गुप्ता तथा आयोजन समिति के छोटेलाल सिंह, लव कुमार उर्फ धीरज सिंह, अशोक, वीरेंद्र प्रकाश आदि मौजूद थे.