भगवान भोलेनाथ और जगत जननी माता पार्वती के विवाह उत्सव महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में गुरुवार अहले सुबह से ही रोहतास जिले में गांव से लेकर शहर तक शिवालयों व मंदिरों में भक्तों की लंबी भीड़ पूजन के लिए करने लगी थी.
सासाराम शहर के सभी शिव मंदिरों यथा तकिया स्थित तिलेश्वरनाथ महादेव मंदिर, ताराचंडी धाम स्थित बुढ़वा महादेव मंदिर, गौरीशंकर महादेव मंदिर, काली स्थान स्थित शिव मंदिर, महावीर मंदिर स्थित शिव मंदिर में सुबह पांच बजे से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. चेनारी में स्थित गुप्तेश्वरनाथ धाम में तो भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा.
डेहरी के झारखंडी मंदिर, गोड़ैला पहाड़ी स्थित तिलेश्वर महादेव, मां तुतला भवानी धाम, बिक्रमगंज के कस्तर महादेव, नोखा के तेंदुआ पहाड़ स्थित शिव मंदिर, पटेल नगर सरकारी शिव मंदिर समेत जिले के सभी शिवालयों में जलाभिषेक के लिए सुबह से भक्तों का तांता लगा रहा.
सभी शिवालयों के बाहर लोगो की उमड़ी भीड़ का दृश्य देखने लायक था. जहां महिलाओं व युवतियों के साथ बच्चे, युवा, बुजुर्ग सभी उम्र के लोग जलाभिषेक के लिए मंदिर में पहुंचे. हर-हर महादेव के जयघोष से शिवालयों के साथ शहर से लेकर गांव तक गुंजायमान होता रहा.
कैमूर पहाड़ी पर स्थित रोहितेश्वर धाम चौरासन मंदिर पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान शिव को जलाभिषेक किया. गुरुवार को झारखंड के पलामू, गढ़वा, लातेहार से भक्त आकर बांदु गांव के निकट सोन नदी में स्नान कर भगवान दशशीशा नाथ महादेव को जलाभिषेक किया व कलश में जल ले रोहितेश्वर धाम के लिए रवाना हुए.
कई जगहों पर मेला का भी आयोजन किया गया. शिवरात्रि के मद्देनजर सुरक्षा को ले पुलिस बल तैनात किए गए थे. हालांकि कोरोना गाइडलाइन के अनुसार इस दौरान शारीरिक दूरी के नियम टूटते हुए नजर आए.
वहीं सासाराम एवं डेहरी में शाम को मंदिरों से शिवजी की बारात निकाली गई. रात्रि में शिव एवं पार्वती का विवाह कराया गया. जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया. इस दौरान कई तरह की आकर्षक झांकी भी निकाली गई.