मकर संक्रांति व खिचड़ी पर्व को लेकर जिले के नासरीगंज प्रखंड के हरिहरगंज सोन नद के तट पर पयहारी जी की कुटिया के नजदीक प्रत्येक वर्ष लगने वाला तीन दिवसीय मेला का मंगलवार से शुभारंभ हुआ. नासरीगंज प्रखंड में लगने वाला यह एकमात्र तीन दिवसीय मेला 14-16 जनवरी तक चलेगा. इस मेले का इंतजार बच्चें से लेकर नौजवानों तक को रहता है. प्रखंड के सभी निकटवर्ती जिले, गांवो व कस्बो के लोग मकर संक्रांति के पहले दिन से ही इस मेले का आंनद लेने के लिए बड़ी संख्या में आने लगते हैं.
इस वर्ष भी मेले में कई छोटी-बड़ी व्यंजनों एवं खेलों की दुकानें लगी हुई हैं. साथ ही घरेलू व रसोई के सामानों एवं श्रृंगार दुकानें भी लगी हैं. मेले में दूसरे जिले से भी दुकानदार अपनी दुकानें लगाने के लिए आते हैं. बता दें कि मेले में आने वाले लोग विशेष रूप से लाठियां जरुर खरीदते हैं. इस वर्ष लाठियों की कीमत 20 रुपये से लेकर 90 रुपये तक है. स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि यहां मेला लगते हुए लगभग 90 वर्षो से भी अधिक हो गया है. बहुत पहले इस मेले में घुड़-दौड़, हाथी-दौड़ जैसी कई प्रतियोगिताएं होती थी. सोन नदी के कटाव, अतिक्रमण व बढ़ती आबादी के कारण अब मेला कुछ क्षेत्र में ही सिमट कर रह गया है. लेकिन फिर भी यहां लोगों का हुजूम जुटता है.