केंद्र सरकार ने बिहार को एक नयी सौगात दी है. पटना से आरा होते हुए सासाराम के लिए प्रस्तावित नई सड़क को नेशनल हाईवे का दर्जा दे दिया है. यह सड़क एनएच 119ए के नाम से जाना जाएगा. एनएच का दर्जा मिलते ही अब इस सड़क के जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू हो जाएगी. 119 किलोमीटर लंबी इस सड़क में 10 किलोमीटर को छोड़ बाकी 108 किलोमीटर ग्रीनफील्ड यानी नई सड़क होगी. पटना से आरा तक यह सड़क छह लेन तो आरा से सासाराम तक चार लेन की होगी. अधिसूचना जारी होते ही इस सड़क का एलाइनमेंट भी तय हो गया है.
पटना जिले में यह पटना रिंग रोड के सदीसोपुर से शुरू होगी. इसके बाद यह अरवल होते हुए सोन नदी पार करते हुए भोजपुर के सहार पहुंचेगी. सोन पार करने के क्रम में सहार में छह लेन का पुल भी बनेगा. सहार से यह सड़क पाटर-गड़हनी मौजूदा सड़क से गुजरेगी. इसके बाद पीरो, हसन बाजार, बिक्रमगंज, संझौली, नोखा होते हुए सासाराम के सुअरा में जाकर एनएच-2 सड़क से जुड़ेगी. जिससे पटना से वाराणसी तक का सफर भी आसान हो जायेगा.
इस सड़क का निर्माण दो पैकेज में होगा. पहला पैकेज पटना के सदीसोपुर से पाटर आसनी तक की होगी, जबकि दूसरा पैकेज पाटर से सासाराम के सुअरा का होगा. सोन पर बनने वाले छह लेन पुल का टेंडर अलग से होगा. सड़क निर्माण पर 35 सौ करोड़ खर्च होंगे. सड़क को नेशनल हाईवे का दर्जा मिलते ही इस सड़क के जमीन अधिग्रहण का मामला साफ हो गया. अभी इस सड़क की डीपीआर बनाई जा रही है. एनएच का दर्जा नहीं मिलने के कारण जमीन अधिग्रहण का काम शुरू नहीं हो सका था. सड़क के लिए न्यूनतम शर्त जमीन अधिग्रहण होने पर इसका टेंडर हो जाएगा. एनएचएआई की कोशिश है कि अगले वित्तीय वर्ष 2021-22 में टेंडर कर लिया जाए.