रोहतास जिले के इंद्रपुरी में सोन नद का जलस्तर बढ़ने से बालू उठाव के लिए गए 28 ट्रक फंस गए हैं, जिसे निकालने के लिए प्रशासन जुट गई है. सोन नद के अधिग्रहण क्षेत्र में मानसून की पहली बारिश से जलस्तर में भारी वृद्धि हो रही है. जिससे इंद्रपुरी के कटार बालू घाट के निकट बालू लदे 28 ट्रक सोन नद के पानी के बीच फंस गए हैं.
मामले की जानकारी मिलते ही डेहरी की सीओ अनामिका कुमारी दल-बल के साथ पहुंची और फंसे ट्रकों को निकालने के लिए रास्ते का निर्माण शुरू कराया. बताते हैं कि इसके अलावे तीन ट्रक और घाट संचालक की कार पानी में डूब गए थे. जिसे पोकलेन मशीन की मदद से कार को बाहर निकाला गया. मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को सोन नद में जलस्तर कम था. इसी वजह से बालू लोडिंग के लिए करीब 28 ट्रक अंदर चले गए.
बीती रात नौहट्टा-रोहतास के पहाड़ी इलाकों एवं सोन अधिग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के बाद सोन नद का जलस्तर बढ़ने लगा, जिसके वजह से इंद्रपुरी बराज का फाटक खोल दिया गया. जिससे सोन नद में पानी का लेवल बढ़ गया और उसी बीच में कई ट्रक फंस गए हैं. इसमें कई ट्रकों के चक्के भी धंस गए. यह सभी ट्रक कटार घाट बालू निकालने के लिए सोन नद के बीच में गए हुए थे. वहीं अचानक चारों ओर पानी बढ़ता देख ड्राइवर और खलासी अपना ट्रक छोड़कर बाहर भाग निकले.
डेहरी की सीओ अनामिका कुमारी ने बताया कि गुरुवार की रात से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से कटार बालू घाट पर करीब 28 ट्रक फंस गए हैं, जिन्हें निकालने के लिए बराज का तीन गेट बंद कर दिया गया है. बाकि तीन गेट में पानी का बहाव कम कर दिया गया है. ट्रक को निकालने के लिए 10 जेसीबी सड़क बनाने में जुटी है. बालू और सीमेंट बैग से सड़क बनाई जा रही है ताकि ट्रक को सुरक्षित निकाला जा सके.