गर्मी शुरु होते ही सासाराम शहर में पेयजल आपूर्ति की समस्या विकराल होने की मिल रही रिपोर्ट के बाद गंभीर हुए डीएम धर्मेंद्र कुमार ने बुधवार को शहर में अमृत योजना के तहत चल रहे जलापूर्ति योजनाओं के कार्यों का स्थल निरीक्षण किया. उन्होंने अमृत योजना के तहत किए जा रहे छह टूवेल, निर्माणाधीन जल मीनारों के अलावा हाउसिग बोर्ड न्यू एरिया की भूमि पर बनाए जा रहे जलाशय एवं भूगर्भ जलाशय का निरीक्षण किया. डीएम ने निरीक्षण के दौरान बुडको द्वारा कराए जा रहे योजनाओं के कार्य को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया, ताकि शहर में जलापूर्ति की व्याप्त समस्या का निदान हो सके.
डीएम ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी व पीएचईडी के पदाधिकारियों के साथ आपसी समन्वय स्थापित कर प्रतिदिन कार्य की समीक्षा कर रिपोर्ट देने को भी कहा. बुडको के अभियंताओं को भी संवेदकों के द्वारा किए जा रहे कार्यों का नियमित अनुश्रवण करने तथा प्रतिदिन जिला से लेकर नगर परिषद को रिपोर्ट करने का टास्क सौंपा गया. विदित हो कि मंगलवार को डीएम ने शहर में चल रहे नल-जल योजनाओं को ले समीक्षा बैठक की थी. बैठक में जलापूर्ति योजना को शहर में छह हजार से अधिक हाउस कनेक्शन दिए जाने की दिशा में मोहल्लों में पाइप बिछाने के लिए चल रहे कार्य के संबंध में डीएम को जानकारी दी गई थी. जिसके बाद डीएम ने आज स्वयं स्थल निरीक्षण किया.
डीएम ने बताया कि शहर में पेयजल किल्लत की समस्या को प्राथमिकता पर रखा गया है. निर्माणाधीन योजनाओं के मूर्त रूप लेने के बाद यह समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी. विदित हो कि शहर में जलापूर्ति का कार्य अमृत योजना के विभिन्न फेजों के तहत कराया जा रहा है. इसके तहत बोरिंग, पाईप लाईन बिछाने का कार्य, टंकी निर्माण तथा हाउस टू हाउस कनेक्शन किया जा रहा है. मौके पर सदर एसडीएम मनोज कुमार, नप ईओ अभिषेक आनंद, पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता शमी अख्तर, बुडको के अभियंता जीतेंद्र कुमार समेत अन्य पदाधिकारी एवं संवेदक उपस्थित थे.