रोहतास में डीएम धर्मेंद्र कुमार के पहल पर शुरू ग्राम पंचायत अनुश्रवण सह रात्रि विश्राम कार्यक्रम के दौरान के दूसरे सप्ताह भी पंचायत सरकार भवन में प्रवास करने का क्रम जारी रहा. इस बार शनिवार शाम चार बजे डीएम के साथ अधिकारियों का दल डेहरी प्रखंड के भलुआड़ी पंचायत सरकार भवन में पहुंचा.
जहां डीएम ने सबसे पहले जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद अधिकारियों का दल ने पंचायत के विभिन्न वार्डों में पहुंचकर सरकार की सात निश्चय योजना के तहत नाली, गली, नल-जल, मनरेगा के कार्यों, आंगनबाड़ी, पीडीएस, विद्यालय आदि की जांच किया. डीएम स्वयं भी गांवों के भ्रमण पर निकल भलुआड़ी, पितंबरपुर, घनी बिगहा आदि गांवों में विभिन्न सरकारी योजनाओं का जांच किए. घनी बिगहा में जांच के दौरान प्राथमिक विद्यालय की स्थिति से रूबरू होते ही आश्वर्यचकित हो गए. उक्त विद्यालय की चहारदीवारी नहीं थी.
शिक्षक ने बताया कि सटे सोन मुख्य कैनाल गुजर रहा है, जिसमें कई बार स्कूल के बच्चे सीधे जा गिरते है. जिन्हें बचाने के लिए शिक्षकों को जान हथेली पर लेकर उफनती नहर में छलांग लगा देना पड़ता है. इस तरह की घटनाएं कई बार घटी. जिसे सुन डीएम सन रह गए. मौके पर ही विभागीय अधिकारियों को चहारदीवारी निर्माण करवाने का निर्देश दिया. गांव के लोगों ने राशन कार्ड, बिजली, आयुष्मान कार्ड से जुड़े समस्याओं को डीएम के समक्ष रखा.
डीएम गांव में घुमते हुए इस बात पर ज्यादा जोर दिए की हम पंचायत सरकार भवनों में अधिकारियों के दल के साथ रात्रि विश्राम के लिए नहीं आते है. हम गांवों में हुए विकास की सही स्थिति का आकलन कर रहे है. नल जल, पेंशन, जनवितरण, आयुष्मान कार्ड आदि योजनाओं की हकीकत सामने आने लगी है. वहीं रात्रि विश्राम शिविर में डीएम ने लगभग 300 लोगों के आवेदन एवं परिवादों को सुना. उनमे से अधिसंख्य मामलों का तत्काल समाधान किया गया.
जिसमें 86 पात्र व्यक्तियों का राशन कार्ड निर्माण कार्य, 11 दिव्यांगों का दिव्यांगता सर्टिफिकेट, 53 आयुष्मान कार्ड, 13 वृद्धावस्था पेंशन, गांव में बालिकाओं के लिए वाचनालय की व्यवस्था, पंचायत सरकार भवन में कॉमन लाइब्रेरी की व्यवस्था, हेल्थ सब सेन्टर, जाति, आवासीय, आय, आयुष्मान कार्ड आदि के लिए नियमित आरटीपीएस काउंटर का संचालन, ई-किसान भवन, कॉमन सर्विस सेन्टर, पंचायत भवन भलुआरी में सुनिश्चित कराई गई.
मौके पर डीएम ने कहा कि जांच के क्रम में पाई गई गड़बड़ियों अथवा योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी स्तर पर पाई गई शिथिलता अथवा लापरवाही की दशा में संबंधित पदाधिकारियों-कर्मियों पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. शिविर व जांच में डीडीसी शेखर आनंद, डेहरी एसडीएम समीर सौरभ, वरीय उपसमाहर्ता चेत नारायण सिंह, रश्मि कुमारी, अनु कुमारी, डीआरडीए निदेशक मुमताज आलम, ओएसडी सौरभ आलोक, डीपीआरओ अमरेंद्र कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.