रोहतास में पति ने पत्नी व बेटा-बेटी को दिया जहर, जिंदा बची पत्नी तो चाकू से गोदकर मार डाला, पति समेत तीन गिरफ्तार; हत्या को आत्महत्या का रंग देने का प्रयास सफल नहीं हो सका

रोहतास जिले के काराकाट थाना क्षेत्र के गोड़ारी बाजार में मां सहित उसके बेटा व बेटी की हत्या कर दी गई. हत्या के बाद शव को फंदे से लटका कर उसे आत्महत्या का रूप दिया गया. लेकिन पुलिस की तत्परता से अपराधियों की चालाकी काम नहीं आई. मामले में मृतिका महिला के पिता के बयान पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. घटना शनिवार रात की बतायी जाती है. पुलिस ने रविवार की दोपहर घर से तीन शव को बरामद किया है.

मृतकों में 30 वर्षीय अर्चना देवी, उसकी सात वर्षीय बेटी अर्पिता राज व पांच वर्षीय बेटा रौनक राज शामिल हैं. पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सासाराम भेज दिया है. एसपी आशीष भारती के मुताबिक पति-पत्नी के आपसी विवाद में पति ने अपने मां-पिता के साथ मिलकर अपनी पत्नी समेत दोनों बच्चों को रात में जहर दिया. बच्चों की तो जहर से मौत हो गई. लेकिन पत्नी अर्चना की सांस चल रही थी. इसके बाद मां-पिता के कहने पर पति ऋषि राज ने उसके सिर पर निर्मम पूर्वक चाकू मारकर हत्या कर दी.

जानकारी मिलने पर मृतका के मां-पिता बिक्रमगंज से बेटी के सुसुराल गोड़ारी पहुंचे. घर में बेटी और बच्चों का शव पड़ा हुआ था. घटनास्थल पर पहुंचे मृतिका के मां-बाप ने बताया कि अर्चना उनकी चौथी बेटी थी. ससुराल के लोगों से ही जानकारी मिली कि उनकी बेटी और दो बच्चों की मौत हो गई. उनका कहना था कि बहू ने बच्चों को जहर दे दिया और खुद फांसी लगा ली. लेकिन शक होने पर मृतिका के पिता ने फौरन काराकाट थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया.

एसपी ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया गया और उसमें शामिल अपराधियों की त्वरित गिरफ्तारी के लिए तत्काल एसडीपीओ बिक्रमगंज शशिभूषण सिंह के नेतृत्व में थानाध्यक्ष दिवाकर कुमार और पुलिस अधिकारियों की विशेष टीम गठन कर शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए तत्काल छापेमारी की गई. विशेष टीम ने गोड़ारी से ही मृतिका के पति ऋषि कुमार, ससुर राजनारायण उर्फ मदन प्रसाद एवं सास बिंदा देवी को गिरफ्तार किया. पुलिस ने उनके निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू को भी बरामद कर लिया है.

एसपी ने बताया कि उक्त गिरफ्तार अपराधकर्मियों ने मृतिका को जहर देकर एवं चाकू मारकर हत्या करने में अपनी-अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है. मृतिका के पिता के बताया कि दामाद को सॉफ्टवेयर इंजीनियर बताकर 2012 में शादी कराई गई थी. 10 लाख दहेज दिए थे. लेकिन, सास-ससुर मिलकर दामाद-बेटी को साथ नहीं रहने देता था. चार साल तक दामाद घर नहीं आया. सास ने बहू के सब गहना छीन लिया था, वो बेटी को खाना तक नहीं देती थी.

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