रोहतास जिले में डीएम धर्मेंद्र कुमार के निर्देश पर विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए जिले के 190 पंचायतों में संचालित 758 विद्यालयों का जिला व प्रखंड स्तरीय अधिकारियों ने औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कई विद्यालयों में कुछ अनियमितताएं मिली. जांच मे शिक्षकों की स्थिति, बच्चों की उपस्थिति पेयजल, शौचालय, साफ-सफाई, बैठने की व्यवस्था, सीसीई, कैश रजिस्टर, मध्यान भोजन आदि की स्थिति की बिंदुवार जांच की गयी.
जांच प्रतिवेदन डीएम के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. जिस पर गुण-दोष के आधार पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी. अधिकारियों के इस औचक निरीक्षण से स्कूलों में हड़कंप मच गया. निरीक्षण करने के दौरान कई अधिकारियों ने बच्चों को पढ़ाने की भूमिका भी अदा की. इस दौरान बच्चों से पाठ्क्रम के अनुसार सवाल भी पूछे. अधिकारियों ने बच्चों का उत्साहवर्धन भी किया. कहा कि कड़ी मेहनत लगन से मंजिल पाना आसान है. कुछ विद्यालयों में कक्षा एक और दो के बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई कर रहे थे.
अधिकारियों ने प्रधानाध्यापक से विद्यालयों की समस्याओं और संसाधन के बारे में जानकारी ली. उन्होंने प्रधानाध्यापक व शिक्षकों को कई दिशा निर्देश दिया. विद्यालय में मध्यान भोजन के निरीक्षण के दौरान कुछ अधिकारियों ने बच्चों के साथ जमीन पर ही पालथी मार बैठकर बच्चों की थाली में भोजन लेकर उसकी गुणवक्ता को चखा. साथ ही भोजन कर रहे विद्यालय के बच्चों से उपलब्ध भोजन का हाल जाना.
उक्त निरीक्षण की पूर्व संध्या पर सभी जांच पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में समाज के कमजोर, वंचित तथा हाशिये पर खड़े वर्गों के बच्चे पढ़ते है. बच्चों के शैक्षणिक, नैतिक, शारीरिक एवं मानसिक विकास अर्थात समग्र विकास की संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की है.
उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक विद्यालय को चाहे वह प्राथमिक विद्यालय हो, मध्य विद्यालय हो अथवा उच्च व उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हो, वहां लगभग सभी प्रकार की आधारभूत संरचनायें सरकार द्वारा उपलब्ध करा दी गई हैं. उन आधारभूत सुविधाओं का सम्पूर्ण उपयोग करते हुए हमें प्रत्येक विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता को उच्च स्तर पर ले जाना है.