रोहतास जिले में कैमूर पहाड़ी क्षेत्र के रोहतास थाना क्षेत्र में कठौतिया घाट के समीप खाई में गुरुवार देर शाम को एक वनवासी महिला का शव देखा गया. शुक्रवार को स्थानीय ग्रामीणों की मदद से प्रशासन ने शव को निकाला. शव की शिनाख्त नागाटोली के महेंद्र उरांव की पत्नी 30 वर्षीय राजकालो देवी के रूप में किया गया. शव बरामद होने के बाद ग्रामीण उग्र हो गए. शव के साथ पहाड़ से नीचे पहुंचते ही वन विभाग के कार्यालय का घेराव कर आगजनी के साथ उग्र पदर्शन करने लगे.
उग्र लोगों ने वन विभाग कार्यालय का गेट तोड़कर अंदर घुस गए और परिसर में जमकर तोड़फोड़ किया. उनका आरोप है कि वनकर्मी के वजह से महिला की मौत हुई है. वे घटना की जांच एवं पीड़ित के परिवार को मुआवजा देने की भी मांग कर रहे है. प्रदर्शन के दौरान रेंजर हेमचंद्र मिश्रा समेत कुछ वनकर्मियों को चोट भी लगी है. जिनको इलाज के लिए पीएचसी रोहतास में भर्ती कराया गया है. सरकारी वाहन को क्षतिग्रस्त करने की भी सूचना है.
ग्रामीणों का कहना है कि उक्त महिला दो दिन पूर्व बुधवार को कुछ महिलाओं के साथ जंगल में झुर्रियां लाने गई थी. तभी वन विभाग के कर्मियों को आते देखकर महिलाएं इधर-उधर भागने लगी. इस दौरान एक महिला वापस नहीं लौटी. गुरुवार को महिला का शव घने जंगल के कठौतिया घाट के पास खाई होने की जानकारी मिली. संभावना जताई जा रही कि भागने के क्रम में वह खाई में गिर गई होगी. शुक्रवार को घर वाले और ग्रामीण शव को लाने जंगल गए और प्रशासन की मदद से शव को लेकर शाम में वापस लौटे. इसके बाद ग्रामीण उग्र हो गए और शव के साथ नारेबाजी करते हुए पहाड़ से नीचे पहुंचे. जहां वन विभाग के कार्यालय के पास शव रखकर आगजनी कर उग्र प्रदर्शन करने लगे.
मौके पर पहुँची पुलिस-प्रशासन ने मामले की गंभीरता देख उच्च अधिकारियों को सूचित किया. सूचना पर पहले डीएफओ मनीष कुमार वर्मा एवं डेहरी एसडीएम चंद्रिमा अत्री पहुंची. इसके बाद कुछ देर बाद डीएम धर्मेन्द्र कुमार एवं एसपी विनित कुमार भी मौके पर पहुंचे और वनवासियों से बातचीत कर मामले को शांत कराया. खबर लिखे जाने तक प्रदर्शन शांत हो गया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सासाराम भेज दिया गया है. वनवासी भी पहाड़ पर वापस लौट रहे है.