राज्य में खाद की कालाबाजारी रोकने में फेल अफसरों पर अब कार्रवाई शुरू है. इसी बीच बुधवार को चार कृषि अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. शासन की कार्रवाई की जद में आए अधिकारियों में रोहतास के पूर्व जिला कृषि पदाधिकारी संजय नाथ तिवारी हैं, जो वर्तमान में पूर्णिया के उप निदेशक (शष्य) के पद पर तैनात हैं. इनको बीते 30 जनवरी को जिला कृषि अधिकारी के पद से हटाया गया था.
इसी तरह अररिया के तत्कालीन जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार निलंबित किय गया हैं. सुधीर वर्तमान में मुंगेर प्रक्षेत्र के उप निदेशक (शष्य) के पद पर तैनात हैं. दोनों अधिकारियों पर डीएपी और यूरिया की कालाबाजारी रोकने में विफल रहने और मानीटरिंग में लापरवाही बरतने के मामले में कार्रवाई की गई है. निलंबन के दौरान दोनों अधिकारियों को तैनाती वाले प्रमंडल के संयुक्त निदेशक (शष्य) के कार्यालय में रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा अररिया के प्रखंड कृषि अधिकारी अमरनाथ ठाकुर एवं अररिया प्रखंड की कोशियार पंचायत के कृषि समन्वयक संजीव कुमार प्रशांत को भी निलंबित किया गया है.
किसानों के परेशानी को देखते हुए कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह प्रति दिन खाद को लेकर अपने स्तर पर भी फीडबैक ले रहे हैं. गड़बड़ी की पुष्टि के बाद अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है. कृषि मंत्री ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि जिन प्रखंडों से तय मूल्य से अधिक पर खाद की बिक्री होने की शिकायत मिल रही है, उन प्रखंडों के प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं कृषि समन्वयक की भूमिका की सतत निगरानी एवं उनके क्रियाकलापों का गहन समीक्षा की जाए. किसी तरह की गड़बड़ी की पुष्टि होने के बाद रिपोर्ट मुख्यालय उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. विभाग की पहली प्राथमिकता किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराना है.