रोहतास: बोर्ड परीक्षा से पहले स्टूडेंट्स को लेनी होगी वैक्सीन, वरना नहीं मिलेगी एग्जाम सेंटर में एंट्री

बिहार बोर्ड की एक फरवरी से इंटर तथा 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा शुरू होने वाली हैं और ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण कोरोना की तीसरी लहर भी बढ़ रही है. ऐसी परिस्थिति में बच्चों और पैरेंट्स के मन में डर है. हालांकि 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू कर दिया गया है. मौजूदा हालात को देखते हुए बच्चों के लिए भी कोविड-19 वैक्सीन का पहला डोज लगवाना अनिवार्य कर दिया गया है.

इसी बीच रोहतास डीएम धर्मेन्द्र कुमार ने बड़ा फैसला लिया है. कक्षा 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स जिनकी उम्र 15 या 15 वर्ष से ज्यादा है उनको कोविड-19 वैक्सीन लगवाना अनिवार्य है. अगर किसी छात्र-छा़त्रा ने वैक्सीन की फर्स्ट डोज नहीं ली है और उन्हें आगामी फरवरी में इंटर एवं मैट्रिक परीक्षा देनी है तो वो परीक्षा से वंचित हो जाएंगे, क्योंकि बिना फर्स्ट डोज के किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. मंगलवार को समाहरणालय में डीएम धर्मेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में कोविड-19 की तीसरी लहर से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्णय लिया गया.

रोहतास में 15 से 18 वर्ष के युवाओं की धीमी वैक्सीनेशन और लक्ष्य का सिर्फ 29 प्रतिशत प्राप्त जाने पर डीएम ने क्षोभ व्यक्त किया गया. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी को इसमें तेजी लाने की रणनीति बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया. उक्त कार्य में पीछे रहे प्रखंडों क्रमशः बिक्रमगंज, सासाराम, काराकाट एवं डेहरी के प्रखंड विकास पदाधिकारियों को उक्त कार्य की व्यक्तिगत स्तर पर समीक्षा कर शीघ्र लक्ष्य प्राप्ति का निर्देश दिया गया है. डीएम ने साफ कहा कि वैसे किशोर जिन्होंने वैक्सीन की एक फर्स्ट डेाज ले ली है, उन्हें ही मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा में बैठने दिया जाएगा.

डीएम ने बताया कि 15 से 18 वर्ष के कुल 2.5 लाख किशोरों में से लगभग 1.81 लाख बच्चे विद्यालयी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. उन सभी को वैक्सीनेशन की फर्स्ट डोज दी जाए. डीएम ने कोरोना वैक्सीन की दूसरे डोज में पीछे चल रहे प्रखंड क्रमशः सासाराम, संझौली, रोहतास, राजपुर को वर्णित कार्य मे तेजी लाने का निर्देश दिया.. साथ ही, फ्रंटलाइन वर्कर को बूस्टर डोज भी लगवाने का निर्देश दिया. डीएम ने 1317 उपलब्ध सिलेंडर में से कम से कम 75 प्रतिशत सिलेंडर को भरकर सदैव उपलब्ध रखने का निर्देश दिया.

समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने यूरिया की सतत एवं निर्धारित मूल्य पर आपूर्ति के लिए सभी संबंधित को निर्देश दिया. अनुमंडल पदाधिकारियों को विशेष रूप से निर्देश दिया कि उक्त कार्य को सुनिश्चित करने के लिए लगातार खाद दुकानों का निरीक्षण एवं छापेमारी करते हुए दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए कड़ी कार्रवाई की जाए. बैठक में डीडीसी रोहतास शेखर आनंद, सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी केपी साहू आदि के साथ सभी जिलास्तरीय कोविड-19 मोनिटरिंग के लिए बनाये गए नोडल पदाधिकारियों मौजूद थे.

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