आज एक तरफ पीएम मोदी का आज नई संसद भवन को देश को समर्पित करने का कार्यक्रम था तो वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी के द्वारा देश की जनता के लिए प्रसारित होनेवाले ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 101वें एपिसोड का भी प्रसारण किया जा रहा था. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सासाराम की रहने वाली दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा विशाखा सिंह से बात की और ‘युवा संगम’ के बारे में उन्हें अपने अनुभव लोगों से साझा करने की सलाह दे डाली.
सासाराम निवासी विशाखा सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि वह कैसे युवा संगठन के मंच से जुड़ सकी. विशाखा ने पीएम मोदी से बातचीत के दौरान बताया कि उन्हें कॉलेज के वॉट्सऐप ग्रुप युवा संगम के बारे में जानकारी मिली. इसके बात उन्होंने इस बारे में जानकारी इकट्ठी करनी शुरू कर दी और फिर उन्हें पता चला कि यह युवा संगम ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के तहत आयोजित किया जा रहा है. उसने इसके लिए आवेदन दिया. उसे आगे बताया कि उसको पता चला कि बिहार के डेलिगेट्स को तमिलनाडु के साथ एक्सचेंज किया जा रहा है. उसने इसके बाद तमिलनाडु जाने का निर्णय लिया जो सांस्कृतिक रूप से काफी समृद्ध राज्य है.
विशाखा ने पीएम मोदी से साझा किया कि उन्हें वहां पहुंचकर काफी बेहतर अनुभव हुआ, उसने यात्रा के दौरान काफी कुछ सीखा और साथ उसे इसरो में भी जाने का मौका मिला. तमिलनाडु भ्रमण के दौरान वहां के राज्यपाल से भेंट करने का अनुभव भी विशाखा को जीवन भर गौरवान्वित करता रहेगा. इसके बाद पीएम मोदी ने विशाखा से पूछा कि क्या वह सोशल मीडिया का इस्तेमाल करती हैं. ऐसे में आप एक ब्लॉग लीखिए. अपना पूरा अनुभव इसके जरिए लोगों के साथ साझा कीजिए. पीएम ने विशाखा से कहा कि वहां के लोगों का जितना प्यार और साथ आपको मिला, जितनी चीजें आपने देखी और वहां से जो कुछ सीखा सब कुछ देश को इसके जरिए बताइए.
प्रधानमंत्री ने भी उन्हें युवा संगठन के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इस योजना के तहत देश के विभिन्न राज्यों के 12000 युवा अंतरराज्यीय समागम के तहत अलग-अलग प्रांतों में जाकर वहां की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक शैली से न केवल परिचित हो रहे हैं, बल्कि उन्हें अपने अनुभव को विस्तार देने के लिए इतना बड़ा मंच मिल गया है , जिसके बल पर वह अपने भविष्य को संवारने के लिए अब एक नए नजरिए से सोचने लगे हैं. मन की बात में प्रधानमंत्री से बात कर विशाखा ने कहा कि जिस आत्मीयता के साथ और सरल भाषा में पीएम मोदी ने उनके साथ बातचीत की, उससे उनका आत्मविश्वास और भी अधिक बढ़ गया है. यही उनके जीवन की अब तक की सबसे बड़ी पूंजी है.