दो वर्ष पूर्व शुरू मुख्यमंत्री सात निश्चय के तहत आर्थिक हल, युवाओं का बल कार्यक्रम छात्रों को सबल बनाने में मील का पत्थर साबित हो रहा है. दो दिन पूर्व मई माह की जारी रैकिंग में इस योजना के क्रियान्वयन में रोहतास जिला दूसरे नंबर रहा है. रैकिंग को जिला प्रशासन से लेकर निबंधन परामर्श केंद्र के अधिकारी संतोषजनक मान रहे हैं. स्थिति में लगातार हुए सुधार के पीछे अधिकारी पिछले कुछ माह से चलाए जा रहे जिला से पंचायत स्तर तक आयोजित विशेष शिविर को मुख्य वजह बता रहे हैं.
जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र पर लगने वाली भीड़ व रैंकिंग में सुधार से यह बात स्पष्ट है कि पढ़ाई छोड़ने वाले छात्र अब अपनी तकदीर को फिर से संवारने में जुट गए हैं. चाहे उन्हें आगे की पढ़ाई की बात हो या रोजगार की, इसमें आर्थिक हल, युवाओं का बल सहारा साबित हो रहा है. हालांकि एक अप्रैल से सरकार द्वारा नियम में बदलाव किए जाने के बाद छात्रों की रुचि और बढ़ी है.
कारण कि एससीसी योजना का लाभ लेने के लिए छात्रों को बैंकों पर निर्भर रहना पड़ता था. जिसमें बैंकों की उदासीन रवैया होने के कारण लाभुकों को बेवजह के चक्कर लगाने पड़ते थे. लेकिन सरकार ने इस एक अप्रैल से नियम में बदलाव कर इसके लिए वित्त शिक्षा निगम गठित कर एससीसी उसके हवाले कर दिया है. छात्रों को एक जून से अब सीधे निगम के माध्यम से योजना का लाभ मिलेगा.
जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र के प्रबंधक शैलेश कुमार के मुताबिक मई माह में कुशल युवा के क्रियान्वयन में जिला जहां दूसरे नंबर, तो स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड (एससीसी) में तीसरे स्थान पर रहा है. जबकि मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता का लाभ देने में 15 वें पायदान पर है. आने वाले दिनों में स्थिति और सुधरेगी. कारण कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड जैसी योजना से सरकार ने बैंकों की भूमिका को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है. अब इस योजना का लाभ वित्त शिक्षा निगम के माध्यम से लाभुक छात्रों को दिया जाएगा.