छत्तीसगढ़ के सुकमा में रविवार देर रात सीआरपीएफ जवान ने अपने साथियों पर AK-47 से फायरिंग कर दी. घटना में 4 जवानों की मौत हो गई. इनमें रोहतास जिले के संझौली थाना अंतर्गत गरुड़ा ग्राम के निवासी धर्मेंद्र सिंह भी शामिल हैं. वह छठ पर्व पर घर आने वाले थे. पत्नी, बच्चों को सासाराम से लेकर सोमवार सुबह पैतृक गांव चली गई थी. घर पहुंचने पर उनकी पत्नी के मोबाइल पर धर्मेंद्र की मौत की खबर आते ही छठ पूजा का सारा उत्साह मातम में बदल गया.
परिजन अवधेश सिंह ने बताया धर्मेंद्र की पत्नी सविता दो बेटियों और एक बेटे की पढ़ाई के लिए सासाराम में रहती है. सोमवार सुबह जब वह गांव पहुंची तो 7 बजे मोबाइल पर सीआरपीएफ कैंप से फोन आया. परिजनों ने बताया कि धर्मेंद्र 4 भाइयों में सबसे छोटे थे. उनके 3 भाई राजेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह और मुन्ना गांव में ही रहकर खेती करते थे.
बताया जा रहा है कि धर्मेंद्र ने 2011 में सीआरपीएफ जॉइन किया था. रविवार की रात्रि में सुकमा में हीं अपने साथियों से विवाद के बाद गोलीबारी में धर्मेंद्र कुमार घायल हो गए. जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में ले जाया गया. जहां उनकी मौत हो गई.छठ पर्व के अवसर पर छठ की गीत के जगह पर गांव में सन्नाटा पसर गया है. परिजनों की चित्कार से ग्रामीण शोक में डूबे हैं. सभी ने धर्मेंद्र की मौत पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि सामाजिक आदमी थे. जब भी गांव में आते सभी से मिलकर रहते थे. बताया गया है कि धर्मेंद्र का शव मंगलवार को गांव में आने की संभावना है.