स्किल डेवलप के प्रति युवाओं का रूझान रोहतास जिला में लगातार बढ़ता जा रहा है. इसका अंदाजा बिहार विकास मिशन के सर्वे से लगाया जा सकता है. मिशन द्वारा नवंबर माह में किए गए सर्वे के अनुसार रोहतास कौशल विकास योजना के मामले में पूरे बिहार में दूसरे रैंक पर है.
रोहतास अपना यह दबदबा करीब छह माह से बनाए हुए है. लेकिन, पहले और दूसरे स्थान के बीच का अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है. पूरे बिहार मे शेखपुरा जिला पहला स्थान पर है. बिहार विकास मिशन का यह सर्वे कौशल विकास मे युवाओं की भागीदारी के आधार पर किया गया है. बिहार में शेखपुरा के बाद रोहतास में युवाओं ने अपने स्किल डेवलप के प्रति सबसे ज्यादा रूचि दिखाई है.
कौशल विकास योजना का प्रारंभ अप्रैल 2016 में प्रारंभ किया गया था. इन ढाई साल में कुल 39935 युवाओं ने स्किल डेवलप प्रशिक्षण के लिए एनरालमेंट कराया था. जिसमें कुल 17920 युवाओं का प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया. इनमें 15347 युवाओं को प्रशिक्षणोंपरान्त प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया गया है, शेष 5137 युवाओं का प्रशिक्षण अभी चल रहा है. प्रशिक्षण के बाद सभी को प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया जाएगा.
प्रशिक्षण के तहत युवाओं को कम्युनिकेशन स्किल डेवलप करने का गुर तथा बेसिक कंप्यूटर की जानकारी दी जाती है. युवाओं को कुल 240 घंटे का प्रशिक्षण दिया जाता है. कौशल विकास केन्द्र द्वारा प्रशिक्षण लेने वालें युवाओ को प्लेसमेंट में भी मदद की जाती है. युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए जिले में कुल 63 केन्द्र संचालित हो रहे हैं. केन्द्र का संचालन श्रम संसाधन विभाग द्वारा किया जाता है.
इसके तहत बिक्रमगंज में तीन, राजपुर में पांच, अकोढ़ीगोला में चार, नासरीगंज में तीन, काराकाट में दो, तिलौथू में तीन, रोहतास में चार, नौहट्टा में दो, दिनारा में चार, चेनारी में तीन, कोचस में एक, शिवसागर में चार, दावथ में दो, सूर्यपुरा में दो, नोखा में तीन तथा संझौली प्रखंड में दो कौशल विकास केन्द्र संचालित हो रहे हैं. सूत्रों की मानें तो रोहतास में युवाओं का कौशल विकास के प्रति बढ़ती जागरूकता के कारण केन्द्रों की संख्या और बढ़ाए जाने की संभावना है.
रोहतास जिला कौशल प्रबंधक अनिमेष कुमार ने कहा कि, “कौशल विकास को लेकर रोहतास दूसरे पायदान पर है. इसके प्रति युवाओं का रूझान बढ़ता जा रहा है. इससे लगता है कि कुछ माह बाद रोहतास प्रथम स्थान भी हासिल कर सकता है.”