सासाराम: निगरानी की टीम ने सिविल सर्जन कार्यालय के लिपिक को घूस लेते रंगे हाथ दबोचा, जांच घर खुलवाने के लिए ले रहा था 55 हजार घूस

सासाराम में निगरानी विभाग की टीम ने बुधवार को सिविल सर्जन कार्यालय में कार्यरत एक लिपिक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. सासाराम के गौरक्षणी मोहल्ले में दुर्गा मंदिर के सामने केशरी ड्रेसेज नामक दुकान के समीप घूस के पैसे लेते निगरानी की टीम ने उसे पकड़ा है. 55 हजार रुपये कैश के साथ उसकी गिरफ्तारी की गई है. गिरफ्तार सहायक लिपिक संतोष कुमार को टीम अपने साथ पटना ले गई है.

लिपिक संतोष कुमार पैथलॉजी जांच घर के रजिस्ट्रेशन के लिए बबन सिंह से 55 हजार रुपए रिश्वत ले रहा था. निगरानी डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि बबन सिंह ने पैथलाजी जांच घर खोलने के लिए पंजीकरण और लाइसेंस के लिए आवेदन दिया था. इसमें संतोष कुमार ने उनसे 55 हजार की मांग की थी. निगरानी की टीम से बबन सिंह ने बीते 11 जुलाई को शिकायत की थी.

शिकायत पर निगरानी की टीम ने प्रारंभिक जांच में शिकायत को सही माना और फिर आज रिश्वत के रुपए लेने के लिए संतोष एक रेडिमेड कपड़े की दुकान पर बबन सिंह को बुलाया था. जैसे ही उसने पैसे लिए निगरानी की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफतारी के बाद स्वास्थ्य विभाग में हडकंप की स्थिति है.

विदित हो कि इसके पहले दिसंबर 2021 में सिविल सर्जन कार्यालय में ही कार्यरत राजकृष्ण नाम के एक लिपिक को 10 हजार रिश्वत लेते हुए निगरानी विभाग ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. दो सालों के अंदर दो लिपिक की गिरफ्तारी से सिविल सर्जन कार्यालय पर सवाल उठने लगे हैं.

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