समाज में पुलिस की छवि को और बेहतर करने के प्रयास में शासन ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. इस क्रम में अब थानों को आकर्षक व सुंदर दिखने एवं अपराध नियंत्रण के लिए सरकार अब पुलिस की कार्यशैली बदलाव ला रही है. सूबे के सरकार की मंशा है कि हर थाने में मूलभूत सुविधाएं तो मुहैया करायी ही जाएं, सूरत भी बदली जाये. मसलन, महिला पुलिस को ध्यान में रखकर सुविधाएं, शौचालय, पेयजल तक की व्यवस्था की जायेगी. इसके अलावा आगंतुक कक्ष भी बनवाया जायेगा, ताकि बाहर से आने वालों को ‘कॉरपोरेट कल्चर’ का एहसास हो. इससे फरियादियों के मन में भी पुलिस के प्रति सकारात्मक भाव आयेंगे.
इसके लिए रोहतास जिला के सभी 32 थानों में आगंतुक कक्ष का निर्माण किया जायेगा. जिसमें जरूरी नागरिक सुविधाओं का इंतजाम होगा. प्रत्येक थाना में आगंतुक कक्ष पर 5.17 लाख की दर से कुल 1.65 करोड़ रुपये खर्च होंगे. जिस थाना में भवन की कमी है, वहां अलग से आगंतुक कक्ष बनाया जाएगा. इसके अलावा महिला पुलिस कर्मियों के लिए अलग से शौचालय और स्नानागार की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी.
वहीं रोहतास जिले की पुलिस अब मित्र की भूमिका में दिखेगी. शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई, थाना में आने वाले आगंतुकों के साथ सज्जनता से पेश आना व उनके कार्य का विधि सम्मत त्वरित निष्पादन करना होगा. इसके लिए एसपी ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश भी जारी कर दिया है.
रोहतास एसपी सत्यवीर सिंह के मुताबिक, आगंतुक कक्ष के निर्माण से थाना में आने वाले आमलोगों को काफी सुविधा होगी. थाना में शिकायत दर्ज कराने या अन्य कार्य से पहुंचने वाले लोगों को ससम्मान बैठाने की जवाबदेही पुलिसकर्मियों को सौंपी गई है. जिले के 32 थाना में इसका निर्माण कार्य किया जाएगा.
वहीं पुलिस मुख्यालय से जुड़े सूत्रों की मानें तो जिन थानों में अपनी जमीन है, वहां निर्माण के लिए कोई रुकावट नहीं आयेगी. ऐसे थानों में जरूरत के हिसाब से निर्माण कार्य कराये जायेंगे और सुविधाएं मुहैया होंगी. खास बात यह है कि यह काम प्राथमिकता के तौर पर हो रहा है. इसलिए किसी भी स्तर पर लेटलतीफी की गुंजाइश भी नहीं होगी. सरकार का मानना है कि थानों में अगर जरूरत की सभी सुविधाएं होंगी तो इससे कार्य क्षमता भी बढ़ेगी. कार्यों के निष्पादन की गुणवत्ता में भी सुधार आयेगा. बता दें कि वर्तमान में पुलिस विभाग में महिलाओं की काफी भर्ती हुई है. इसलिए थाना स्तर पर महिलाओं को ध्यान में रखकर सुविधाएं उपलब्ध कराना जरूरी भी हो गया था.