कैमूर जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव निवासी वन्य जीवों के खाल का तस्कर एक निजी ट्यूशन पढ़ाने वाला निकला. गिरफ्तार तस्कर भगवानपुर गांव का लक्ष्मण चौधरी है. जिसके पास से तेंदुआ की खाल बरामद हुई है. यह जानकारी एसपी दिलनवाज अहमद ने दी.
उन्होंने बताया कि बीते दिनों भभुआ व अधौरा पहाड़ी क्षेत्र में छापेमारी की गई तो कई जंगली जानवरों के खाल, बज्रकीट, कस्तूरी, दो मुंह वाला सांप के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार सुमंत कुमार ने बताया कि बज्रकीट का स्कल जो भगवानपुर के लक्ष्मण चौधरी द्वारा दिया गया था. पुलिस द्वारा लक्ष्मण चौधरी को पकड़ने का काफी प्रयास किया गया. लेकिन वह भाग निकला. बेलांव थाना क्षेत्र के गिरफ्तार नागेंद्र कुमार सिंह के पास से एक तेंदुआ की खाल का फोटो उसके मोबाइल में मिला था. जो बड़वान कला के किसी व्यक्ति से लेने की बात बताई थी. उस समय छापेमारी में खाल बरामद नहीं हुई. कार्रवाई में लक्ष्मण का मोबाइल नंबर फर्जी पाया गया और वह सत्यापन के क्रम में भुअर मुसहर के नाम से मिला.
भुअर मुसहर द्वारा बताया गया कि वह अपने पड़ोसी सुरेंद्र मुसहर को अपने आधार कार्ड पर सिम खरीद कर दिया था. जब सुरेंद्र मुसहर से पूछा गया तो उसने बताया कि वह अपना मोबाइल सिम सहित बबुआ साह के पास दो सौ रुपये में बंधक रखा है. जब बबुआ साह से पूछा गया तो उसने बताया कि वह मोबाइल सिम सहित उसका लड़का घर से बाहर गया था तो कोई व्यक्ति चुरा लिया था. उसके बाद काफी खोजबीन के बाद लक्ष्मण चौधरी की पहचान हुई. वह भगवानपुर थाना क्षेत्र में निजी ट्यूशन पढाता है और डिस्कवरी नाम से संस्था भी चलाता है. गिरफ्तारी के बाद वह अपना अपराध स्वीकार किया और बताया कि पैसों के लालच में उसने यह कार्य शुरू किया. उसने बताया कि अधौरा थाना क्षेत्र के कई गांवों में यह डिस्कवरी के नाम से नेटवर्क बनाया था और वहां के गांवों में अफवाह फैला दिया था कि बज्रकीट का दस किग्रा स्कल में अगर टेस्टर लगाते ही जल गया तो वह व्यक्ति करोड़पति बन जाएगा. इसी लालच में कई ग्रामीण शिकार करना शुरू कर दिए. जबकि तस्कर इसे कम दाम में खरीद कर काफी ऊंचे दाम पर बेचते हैं.