शराब बंदी कानून की सख्ती से पालन कराने के लिए लगातार तस्करों के खिलाफ की जा रही छापेमारी के बाद पुलिस की नजर अब होटलों में होने वाले शराब के सेवन पर है. इसे लेकर शनिवार को रोहतास जिले के सभी होटलों, लॉज और मैरेज हॉल में एक साथ तलाशी अभियान चलाया गया. इस दौरान डेहरी एसडीपीओ व एएसपी नवजोत सिम्मी के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी कर नामी होटल बुद्ध विहार से शराब की खाली बोतलें बरामद की है. यह होटल डेहरी के राजद विधायक फतेह बहादुर का बताया जा रहा है.
पुलिस ने छापेमारी के दौरान होटल से बरामद शराब की खाली बोतलें को अपने साथ जब्ती सूची बनाते हुए ले गई है. शराबबंदी में राजद विधायक के होटल से शराब की खाली बोतलें मिलने पर पुलिस क्या कार्रवाई करेगी, इस पर लोगों की नजरें टिकी हैं. मीडिया से बात करने में परहेज करते हुए डेहरी एसडीपीओ सह एएसपी नवजोत सिमी ने बताया कि शराब के विरुद्ध अभियान के तहत डेहरी के विभिन्न होटलों में छापेमारी की गई है. शराब से जुड़े कारोबारियों, डिलीवरी एजेंट के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. कहा कि संभावित ठिकानों एवं होटलों में शराब के सेवन को रोकने के लिए सरकार के निर्णय के आलोक में कदम उठाए जा रहे हैं. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि शराब की कितनी खाली बोतलें बरामद हुई हैं. मौके पर जब्ती के दौरान कई नामी कंपनियों एवं देशी शराब के खाली बोतल देखे गए.
बताया जा रहा है कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि विधायक के होटल में शराब पीने-पिलाने का दौर जारी है. इस सूचना के आलोक पुलिस ने वहां छापेमारी की. टीम ने एक-एक कमरे को खंगाल डाला. इसके अलावा किचन और लाउंड्री की भी तलाशी ली गई. भारी संख्या में पुलिस बल को देखते ही होटल में ठहरे लोगों में हड़कंप मच गया. कुछ स्टाफ भी मौके से भाग निकले. सूत्रों की मानें तो पुलिस ने होटल के मैनेजर को हिरासत में लिया है. सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखने के लिए डीवीआर को सीज किया गया है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि राजद विधायक होटल से कुछ देर पहले ही निकले थे, इसके बाद पुलिस और पदाधिकारियों की टीम ने होटल पर धावा बोल दिया. इस कार्रवाई में एएसपी नवजोत सिमी के अलावा सीओ अनामिका कुमारी, पुलिस निरीक्षक चंद्रशेखर गुप्ता, नगर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा, डालमियानगर थानाअध्यक्ष गौतम कुमार सहित काफी संख्या में पुलिसकर्मी शामिल थे. वहीं, इस मामले में राजद विधायक फतेह बहादुर का कहना है कि होटल से शराब की खाली बोतल बरामद होने के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. अगर बोतल मिली है तो वह शराबबंदी के पूर्व की होगी.