धान के कटोरा कहे जाने वाले रोहतास जिले में धान अधिप्राप्ति के निर्धारित लक्ष्य को बढ़ा दिया गया है. अब सरकार 2.20 के बजाए 3.30 लाख मिट्रिक टन धान की खरीद पैक्स व व्यापार मंडल के माध्यम से करेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसको लेकर आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है. कहा है कि इसमें किसी की तरह की कोताही स्वीकार्य नहीं होगी.
जिला आपूर्ति पदाधिकारी समरेंद्र कुमार की माने तो अबतक धान अधिप्राप्ति कार्य के लिए 247 में से 196 सहकारी समितियों को अनुमोदित किया जा चुका है. शेष बची सहकारी समितियों को भी जल्द ही अनुमोदित कर लिया जाएगा. नए सिरे से लक्ष्य निर्धारित होने के बाद किसानों से भी अधिक धान खरीदा जाएगा. प्रत्येक रैयत किसान से ढाई सौ और गैर रैयत से सौ क्विंटल धान की खरीद की जाएगी. पहले यह दो सौ तथा 75 क्विंटल निर्धारित था. सभी केंद्रों को क्रियाशील रखने का कार्य किया जाएगा. आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा कि किसानों से हर हाल में तय समर्थन मूल्य पर धान खरीदने का निर्देश सहकारी समितियों को दिया गया है. सामान्य किस्म के धान 1868 तथा ग्रेड ए धान 1888 रूपए प्रति क्विंटल खरीदा जाएगा.
गौरतलब है कि पूरे जिले मेंं अब तक समर्थन मूल्य पर धान की खरीद शुरू नहीं होने से किसानो को औने-पौने दाम पर अपनी उपज साहूकारों के हाथ बेचना पड़ रहा है. किसान फिलहाल 900-1100 रुपये प्रति क्विंटल धान बेच रहे हैं. एक ओर जरूरत के काम निपटाने हैं तो दूसरी ओर मौसम भी इसकी वजह बन रहा है. मौसम की बेरूखी से किसानों की चिंताए बढ़ गई है कि खलिहान में अधिक दिन तक धान रखना कही महंगा न पड़ जाए. इसलिए वे कम दाम पर ही धान बेच कर मौसम से बचना चाह रहे है. देखना है कि खरीदारी शुरू कब होती है.
बता दें कि जिले में एक लाख 90 हजार हेक्टेयर भूमि में धान की खेती होती है. प्रतिवर्ष यहां के किसान 12 लाख मेट्रिक टन से अधिक धान की उपज करते हैं. इस बार भी 11,84,509 एमटी धान की उपज जिले में हुई है.