रोहतास जिले के कैमूर पहाड़ी पर स्थित 15 राजस्व गांवों में इस साल सौर ऊर्जा से बिजली की आपूर्ति होगी. इस पर कार्रवाई शुरू है. कई गांवों में बिजली की आपूर्ति शुरू भी हो गई है. लेकिन 26 जनवरी तक पंद्रह गांवों में सौर ऊर्जा ग्रिड से बिजली की आपूर्ति शुरू हो जाएगी. हालांकि दिसम्बर माह तक पंद्रह गांवों में सौर ऊर्जा से बिजली की आपूर्ति होनी थी. लेकिन किसी कारणवश प्रोजेक्ट समय पर पूरा नहीं हो सका. योजना पर काम चल रहा है.
डीएम द्वारा बैठक में योजनाओं में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है. ताकि वनवासियों को समय पर बिजली मिल सके. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंद्रह गांवों में 55 सोलर पावर प्लांट स्थापित करने की योजना है. इसमें 32 स्थानों पर सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जा चुका है. कई जगहों पर बिजली की आपूर्ति शुरू कर दी गई है, तो कई जगहों पर कनेक्शन की कार्रवाई चल रही है.
रोहतास व नौहट्टा प्रखंड के गांवों में सोलर प्लांट से बिजली की आपूर्ति की जाएगी. पिपरडीह पंचायत के विभिन्न गांवों के अलावा अन्य पंचायतों के गांवों में सोलर प्लांट से बिजली पहुंचाने की योजना है. कहा जा रहा है कि बिजली बोर्ड के अफसर जब कैमूर पहाड़ी के गांवों में बिजली पहुंचाने के लिए सर्वे कर रहे थे, तो सर्वे के दौरान बहुत कुछ अड़चनें आयी. खंभा गाड़कर बिजली पहुंचाने की योजना थी. लेकिन पहाड़ पर बिजली का खंभा गाड़कर बिजली पहुंचने में जंगली जनवरों का खतरा था. आंधी के दौरान यदि तार टूटकर गिरता है तो खतरा होगा, यह डर था. इस कारण तार व खंभे से बिजली पहुंचाने की योजना को निरस्त कर दिया गया. उसके बाद सोलर पावर प्लांट से बिजली आपूर्ति करने की योजना तैयार की गई.
जिला का पहला गांव रेहल है, जहां सोलर प्लांट से बिजली की आपूर्ति शुरू की गई है. शेष गांवों में काम चल रहा है. यह भी कहा जा रहा है कि सोलर प्लांट से बिजली आपूर्ति के साथ-साथ हर घर नल-जल भी उपलब्ध कराया जाएगा. दोनों योजनाओं पर काम चल रहा है. जनसंख्या के अनुसार सोलर प्लांट स्थापित किया जा रहा है. एक-एक गांवों में दो से तीन-चार प्लांट स्थापित किया जा रहा है. पांच किलोवाट से लेकर 50 किलोवाट तक का प्लांट लगाया जा रहा है.
Source- Hindustan