लगभग एक माह पर जिले के सभी सरकारी कार्यालय खुल गए, लेकिन लोगों की आवाजाही पर अभी भी रोक बरकरार है. विभागीय अधिकारी व कर्मी कार्यालय में लंबित कार्यो के निष्पादन करने में जुटे रहे. कर्मचारी अल्टरनेट डे कार्यालय में आएंगे. कार्यलय में आये कर्मचारी खुद ही फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते दिखे. आपस में बात करने और इधर-उधर जाने से भी कर्मचारी परहेज करते दिखे. वहीं फिजिकल डिस्टेंस कायम रखते हुए कुछ आवश्यक क्षेत्रों में छूट प्रशासन द्वारा दिया गया है. सासाराम के मलवार स्थित एनएचएआइ के टॉल प्लाजा पर बढ़े हुए दर पर टॉल लेने का कार्य भी शुरू हुआ. हाईवे पर कुछ गैराज के शटर भी खुले.
बौलिया रोड में स्थित ट्रांसपोर्टरों द्वारा मजदूरों को फिजिकल डिस्टेंस के तहत ट्रकों से समान उतरवाया गया. मनरेगा, सड़क, हर घर नल का जल, जल जीवन हरियाली मिशन समेत अन्य योजनाओं का भी कार्यारंभ शुरू कर दिया गया. अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के स्वीकृत इन योजनाओं को धरातल पर उतारने में जुट गए हैं. कर्मियों के बीच सावधानी व सतर्कता दिखी. एक-दूसरे से दूरी बनाकर कार्य किया जा रहा है. कृषि, शिक्षा, पशुपालन समेत तमाम सरकारी विभाग के कार्यालय खुले, जहां पर कर्मियों के आने से दफ्तर गुलजार रहा. लेकिन छूट का कुछ लोग दुरूपयोग करते भी दिखे.
दवा, बैंक, सीएसपी केंद्र, सब्जी समेत अन्य दुकानों पर खरीदारों के बीच आपाधापी रही. उनके बीच फिजिकल डिस्टेंस का अभाव दिखा. बाइक पर भी दो से तीन लोग सवारी करते पाए गए. लॉकडाउन को अनुपालन कराने में लगे सुरक्षाकर्मी पूरी तरह बेफिक्र दिखे. रेलवे स्टेडियम के बजाए रौजा रोड, धर्मशाला रोड व गोला बाजार में सब्जी की दुकानें सजी. वहीं जमीन रजिस्ट्री के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे जा रहे हैं. आम लोगों को दफ्तरों में आवाजाही पर रोक बरकरार है.
वहीं जिलाधिकारी ने छुट वाले कई विभागों में कार्यों की महत्ता एवं लॉकडाउन को देखते हुए आवश्यक पास निर्गत करने हेतु पदाधिकारियों को आदेश दिए है. पास पर साफ़ तौर पर यह उल्लेखित होगा कि पास किस प्रयोजन हेतु निर्गत किया गया है. व्यक्ति कहां से कहां तक जायेंगे एवं कब वापस आयेंगे. साथ ही पास पर आगमन/प्रस्थान का समय के साथ गाड़ी नंबर का भी उल्लेख रहेगा. यदि कोई पास का गलत उपयोग करता है तो उस व्यक्ति के विरुद्ध दण्डात्मक करवाई करने का आदेश जिलाधिकारी ने पदाधिकारियों को दी है.