नब्बे के दशक से नक्सलियों के आतंक का पर्याय बनी कैमूरांचल घाटी के अतीत से भले हीं बारूद की दुर्गंध आती हो. लेकिन वर्तमान अब पूरी तरह बदलाव की नयी गाथा रच रहा है. रोहतास जिले के कैमूरांचल में बसे तिलौथू प्रखंड के सेवही गांव के रहने वाले अभेन्द्र को ‘हरियाणा गौरव अवार्ड’ प्राप्त कर इसे साबित कर दिया है.
जिले के अभेन्द्र को यह अवार्ड हिन्दी फिल्मों के बेहतरीन गीतकार के तौर पर प्राप्त हुआ है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पांच जनवरी को अपने हाथों से अभेन्द्र को अवार्ड देते हुए सम्मानित किया है. इससे पहले गीतकार के रूप मे वर्ष 2018 में अभ्येन्द्र तीन अन्य अवार्ड भी ले चुके है. जिसमे संगम नेशनल अवार्ड, इंडिया मोस्ट यंगेस्ट अवार्ड तथा टीआईआईएफए अवार्ड शामिल है. अभेन्द्र की इस उपलब्धि से पूरे जिले का नाम रौशन हुआ है.
अभेन्द्र तिलौथू प्रखंड के सेवही गांव के किसान रामसकल उपाध्याय के सबसे बडे पुत्र है. रोहतास का यह लाल अभी तक कई बडी फिल्मो के लिए गीत लिख चुका है. सबसे पहले अभेन्द्र को वर्ष 2016 मे फिल्म राॅय के गीत तु है की नही…. के लिए अवार्ड मिला था. इसके बाद वह कई सुपरहिट फिल्मों के लिए गीत लिखे जिसमें मिस्टर एक्स, सिंघमरिटर्न्स, हैंडसम, खामोशियां, अलोन, रॉकी, बाग़ी जैसी फिल्में शामिल हैं.
वर्ष 2018 में अभेन्द्र ने पच्चास से अधिक गीतों को कंपोज किया जिसमें से कई गीतें हाल हीं मे रिलिज हुई. जिसमें से फिल्म फाइव वेडिंगस व काशी मे धूम मचा रही है. इसके अलावा कई फ़िल्में अभी रिलिज होने वाली हैं. ग्रामीणों की मानें तो गीतकार बनना अभेन्द्र का सपना था. उसके इस सपना को पूरा करने मे पिता ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया. ‘
यही कारण था कि जब अभेन्द्र को हरियाणा के मुख्यमंत्री अवार्ड दे रहे थे उस समय माता- पिता के साथ उनके परिजनों की भी आंखे खुशी से भर आई. मशहूर गीतकार गुलजार साहब को अपना आदर्श और गुरू मानने वाले रोहतास के इस लाल का लक्ष्य इंडस्ट्री में सर्वश्रेष्ठ गीतकार बनने का है.
रिपोर्ट- सुमन सासाराम