जिला मुख्यालय सासाराम में वर्षों से सड़क जाम की समस्या से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद जगने लगी है. लंबे अरसे से जाम से निजात मिलने की उम्मीद लगाए बैठे शहरवासियों को डीएम धर्मेंद्र कुमार की संवेदनशीलता को देखते हुए आशान्वित नजर आ रहे हैं. नए डीएम के तौर पर धर्मेंद्र कुमार के पदस्थापन के साथ ही शहर के लोगों में उम्मीद जगी थी. शहरवासियों की उम्मीदों के पूरा होने की आस गुरुवार की रात और मजबूत तब हो गई, जब डीएम धर्मेंद्र कुमार ने अपने आला अधिकारी के साथ सासाराम शहर की मुख्य सड़क पैदल चलकर जाम लगने वाले चौराहे का भौतिक रूप से निरीक्षण किया.
सासाराम के करगहर मोड़, कचहरी और पोस्ट ऑफिस चौराहे पर पैदल पहुंचे जिलाधिकारी ने जाम की समस्या की हर बारीकी को समझने का प्रयास किया. सड़क के चौड़ीकरण से लेकर निर्माणाधीन अंडर ग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम के बारे में भी अधिकारियों से मंत्रणा की. पैदल चलने के साथ ही सड़क पर गुजरने वाले लोगों को यह बात समझते देर नहीं लगी कि डीएम धर्मेंद्र कुमार इस कड़ाके की ठंड भरी रात में सड़क जाम की समस्या का हल तलाशने निकले हैं. इस दौरान डीएम ने सड़क चौकड़ीकरण में आ रही अतिक्रमण की समस्या, चौड़ीकरण में बाधा बन रहे बिजली खम्भे को दूसरे जगह हटाने एवं नगर परिषद विवादित टॉयलेट पर अधिकारियों से मंत्रणा की. साथ ही डेकोरेटिव लाइट एवं हाईमास्क लाइट को हटाने और पोस्टऑफिस चौक व करगहर मोड़ पर बने ट्रैफिक पोस्ट को छोटा करने सहित अन्य निर्देश दिए.
कड़ाके की ठंड के बावजूद देर रात को पैदल सड़क पर निकल कर जन समस्या के निदान हेतु उठाए गए इस कदम की आम लोगों में सराहना भी शुरू हो चुकी है. बड़े पैमाने पर अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध अभियान चलाने के कयास भी लगाये जा रहे हैं. बहरहाल देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में जिला मुख्यालय का सूरत ए हाल कितना बदलता है. इस दौरान सदर एसडीएम मनोज कुमार, प्रभारी एसडीपीओ विनोद रावत, डीटीओ मोहम्मद जियाउल्लाह, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अभिषेक आनंद सहित कई अन्य अधिकारी भी मौजूद थे.