रोहतास में डीएम धर्मेन्द्र कुमार ने गुरुवार को शिवसागर प्रखंड स्थित बीडीओ कार्यालय, अंचल कार्यालय, तथा शिवसागर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया. उनके अचानक आने से प्रखंड, अंचल व अस्पताल का पूरा तंत्र हड़बड़ा गया. निरीक्षण के दौरान डीएम ने उपस्थिति पंजी को भी देखा. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण में एक साथ कुल 15 कर्मी ड्यूटी से गायब पाए गए.
बिना सूचना के गायब कर्मियों में यथा परिचारी, एएनएम, कक्ष सेवक, अकाउंटेंट, डेटा एंट्री ऑपरेटर आदि शामिल है. डीएम द्वारा गायब सभी कर्मियों से शो-कॉज करते हुए अनुपस्थित के दिन का वेतन-मानदेय स्थगित करने का निर्देश बीडीओ को दिया गया. बताया गया कि शो-कॉज का जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के MO/IC का स्थानांतरण का निर्देश सिविल सर्जन को दिया. साथ ही, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड लेखा प्रबंधक तथा प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक के भी स्थानांतरण का आदेश डीएम द्वारा दिया गया.
डीएम के निर्देश के बाद तत्काल सिविल सर्जन ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवसागर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर बालमुकुन्द सिंह तत्काल प्रभाव से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सह निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवसागर के पद से मुक्त कर दिया है. उनके जगह पर सदर अस्पताल सासाराम के चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर योगेन्द्र प्रसाद यादव को विभागीय अनुमोदन के प्रत्याशा में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवसागर में प्रतिनियुक्त करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवसागर का प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी बनाया गया है.
डॉ योगेन्द्र यादव को 24 घंटे के अन्दर प्रभार ग्रहण करने को कहा गया है. उनका वेतनादि का भुगतान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवसागर के द्वारा निर्गत अनुपस्थिति के आधार पर किया जायेगा. जबकि डॉक्टर बालमुकुन्द सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवसागर में चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर कार्यरत रहेगें. निरीक्षण के दौरान डीएम ने कहा कि शिवसागर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को लेकर लगातार शिकायतें आ रही थी और यहां पर कुछ कर्मी आपस में राजनीति कर रहे थे.
कहा कि यहां के सभी कर्मियों को तत्काल हटाया जाएगा और फिर से जांच कराई जाएगी. अगर इसके बाद भी सुधार नहीं होता है तो यहां के बाकि कर्मियों के उपर भी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ रेस्पॉन्सिव एवं पब्लिक फ्रेंडली बनाने तथा समाज के सबसे गरीब और वंचित वर्गों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना राज्य सरकार का प्रमुख लक्ष्य है, जिसके धरातलीय क्रियान्वयन के लिए ज़िला प्रशासन कटिबद्ध है.
वहीं, प्रखंड कार्यालय के निरीक्षण के दौरान डीएम ने बीडीओ को निर्देश दिया कि प्रखंड कार्यालय तथा सम्पूर्ण प्रखंड परिसर की सतत रूप से स्वच्छता मेन्टेन की जाए एवं शौचालयों को साफ रखा जाए. साथ ही प्रखंड परिसर में स्टाफ तथा आगंतुकों के उपयोग के लिए सामुदायिक स्वच्छ्ता शौचालय का शीघ्र निर्माण कराना सुनिश्चित करें. अंचल कार्यालय के निरीक्षण के क्रम में डीएम ने सीओ एवं राजस्व कर्मियों व हल्का कर्मचारियों को निर्देश दिया कि ऑनलाइन आवेदनों के सम्यक निष्पादन में तीव्रता लाना सुनिश्चित करें और भूमि विवादों का पूरी तत्परता एवं संवेदनशीलता से निष्पादन करना सुनिश्चित करें.